फर्रुखाबाद: जिले की सभी 5 नगर पालिका व नगर पंचायत सीटों पर भाजपा में बगावत तेज हो गई है। कंपिल में अभी घोषणा ना होने से सभी असमंजस में है| टिकट कटने से नाराज दावेदारों के सुर बुलंद हैं। ऐसे में असंतुष्टों को वरिष्ठ नेता मनाने के लिए पैंतरे अपना रहे हैं, लेकिन रुठे हुए नेता अपनी जिद्द पर अड़े हुए हैं। खास बात यह है कि वह फोन उठाने तक को भी तैयार नही हैं। वही फेसबुक और व्हाट्स-अप पर बीजेपी की फर्रुखाबाद की टिकट मिथिलेश अग्रवाल को मिलने के बाद से जमकर आलोचना हो रही है| जिससे मिथलेश को टाउन हाल तक जाने की डगर काँटों भरी है|
आखिर वही हुआ जिसका डर था| सियासत की चटनी मुंह तक आते-आते रह जाने के बाद या यूँ कहे की पार्टी के कुछ नेताओ के टिकट दिलाने के भरोसे के बाद पार्टी में अपनी निष्ठा प्रकट करने वाले दावेदार अब टिकट ना मिलने से बगावत कर रहे है| वही भी अंदर खाने की नही| वल्कि सार्वजनिक रूप से पार्टी की हार की घोषणा तक की जा रही है|
सरकार बनने के बाद से टिकट मिलने की उम्मीद में पार्टी के कार्यक्रमों में लगातार जाने वाले सुधांशु दत्त द्विवेदी ने अपनी फेशबुक आईडी पर बीजेपी की फर्रुखाबाद नगर पालिका अध्यक्ष की घोषित प्रत्याशी मिथिलेश अग्रवाल का नाम लिखे बिना ही अपने बगावत को उजागर किया है | उन्होंने लिखा है हम तो डूबेंगे सनम-सनम को भी ले डूबेंगे, नगर पालिका परिषद फर्रुखाबाद एक बुजुर्ग महिला माता श्री चलाने मे सक्षम है|
प्रशांत त्रिवेदी ने लिखा है कि भाजपा ने फर्रुखाबाद की टिकट उर हार एक साथ फाइनल कर ली| विजय मिश्रा ने भाजपा नगर पालिका की हार का कारण अभी से मिथिलेश को बना दिया| राहुल ठाकुर ने लिखा है कि फर्रुखाबाद नगर पालिका की हार तय है| वही सूत्रों की माने तो टिकट ना मिलने से निराश और आक्रोशित कई दावेदारों ने अन्य पार्टी के नेताओ से सम्पर्क साधा है|
वही बीजेपी की नगर पालिका अध्यक्ष पद की प्रत्याशी मिथिलेश अग्रवाल ने जेएनआई को फोन पर बताया सभी असंतुष्टो से मिलकर उन्हें संतुष्ट किया जायेगा| पार्टी के सभी लोग एकजुट है | उन्होंने बताया कि वह सोमबार को अपना नामांकन दाखिल करेगी| और पार्टी को सीट जीत कर झोली में डालेगी