फर्रुखाबाद:(कमालगंज) दीवाली के एक दिन पूर्व क्षेत्र में एक बड़ी घटना हो गयी| जिसमे कोई जन हानि नही हुई लेकिन पुलिस व प्रशासन ने अपनी लापरवाही की मिशाल जरुर पेश की| आग लगने से एक दर्जन पटाखा दुकाने जलकर राख हो गयी|
थाना क्षेत्र के कस्बा रजीपुर में मुनेश्वर व उनके भाई सूबेदार की खाली पड़ी भूमि में प्रशासन ने पटाखा दुकानदारो को दुकाने सजाने की अनुमति दी थी| बुधवार को पटाखा दुकाने सजी थी | तभी अचानक तेज आवाज के साथ दुकानों में आग कग गयी| देखते ही देखते धमाके होने लगे| आग की लपते रॉकेट व अन्य आतिशबाजी के साथ जलकर लोगो के घरो में भी जा गिरी|
दुकानदार दुकाने छोड़ कर भाग खड़े हुये| ग्राहक भी अपनी जान बचाकर भागे| देखते ही देखते इदरीश, वेदराम, लगाडी, मुंशी, बबलू व रामशंकर की दुकानों सहित एक दर्जन दुकानों की आतिशबाजी पूरी तरह जलकर राख हो गयी| ग्रामीणों की मदद से समर के पानी से दुकानदारो ने आग पर काबू पाया| घटना की सूचना मिलने पर थानाध्यक्ष प्रदीप यादव मौके पर पंहुचे | ग्रामीणों में इतनी बड़ी लापरवाही के लिये आक्रोश है|
मौत के मुहाने पर सजी थी दुकाने
बुधवार सुबह एसडीएम सदर अजीत सिंह ने कमालगंज कस्बे में लगी पटाखा दुकानों का निरीक्षण कर कई दुकानों पर बालू व आग बुझाने का सिलेंडर ना होने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की थी| लेकिन उसके बाद भी रजीपुर में दुकानों पर बालू व आग बुझाने वाले सिलेंडर नही थे| वही पास में ही सूखे पक्का के पेड़ रखे थे| जैसे ही आग लगी तो सुखी मक्का के पौधों ने भी आग में घी का काम किया|
एसडीएम अजीत सिंह ने बताया कि घटना में लापरवाही की जाँच की जायेगी | बालू और सिलेंडर सभी दुकानों पर क्यों नही रखे थे यह भी जाँच का विषय है |