नई दिल्ली: डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को बलात्कार के मामले में दोषी करार दिए जाने के बाद हरियाणा में भड़की हिंसा से राज्य में मनोहर लाल खट्टर के नेतृत्व वाली सरकार कठघरे में है। हालांकि पार्टी नेतृत्व ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को पद से हटाने का मन नहीं बनाया है। दिल्ली में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के नेतृत्व में हरियाणा के हालात पर चर्चा के लिए पार्टी की बैठक हुई। इसमें हरियाणा के पार्टी प्रभारी अनिल जैन एवं अन्य नेताओं ने अमित शाह से मुलाकात की।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के बारे में पूछे जाने पर पार्टी सूत्रों ने बताया, ‘‘न तो ऐसा कोई विचार किसी ने सामने रखा है और न ही कुछ तय हुआ है।’’ सूत्रों ने मनोहर लाल खट्टर के इस्तीफे से इनकार किया । यह भी कहा जा रहा है कि खट्टर को दिल्ली तलब नहीं किया गया है । उल्लेखनीय है कि गुरमीत राम रहीम को साध्वी से बलात्कार मामले में दोषी करार दिए जाने के बाद उसके समर्थकों ने हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, दिल्ली समेत दूसरे पड़ोसी राज्यों में भारी उत्पात मचाया है । अब तक 36 लोगों की जान जा चुकी है। पंजाब, हरियाणा हाईकोर्ट ने शुक्रवार एक जनहित याचिका पर सुनवाई के दौरान उत्पात से हुए नुकसान की भरपाई के लिए गुरमीत राम रहीम की संपत्ति बेचने का आदेश दिया था। शनिवार को इसी मामले में सुनवाई हुई।
राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप के बीच पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने शुक्रवार की हिंसा के लिए सीधे-सीधे तौर पर हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर को जिम्मेवार ठहराया है। राम रहीम के समर्थकों द्वारा की गई हिंसा पर पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कहा कि पंजाब में किसी की मौत नहीं हुई और ना ही वहां किसी तरह के लाठीचार्ज और फायरिंग की जरूरत पड़ी। अमरिंदर ने कहा कि वह किसी भी तरह की हिंसा का समर्थन नहीं करते। पंचकुला का जिक्र करते हुए कहा कि हरियाणा सरकार को वहां लोगों को एकत्रित होने ही नहीं देना चाहिए था। कांग्रेस के दूसरे नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने खट्टर सरकार को बर्खास्त कर राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की थी।