फर्रुखाबाद : फतेहगढ़ के रखा रोड रम्पुरा निवासी सपा नेता बॉबी यादव के देवेंद्र सिंह मुन्नी देवी शिक्षा संस्थान की मान्यता पर तलवार लटक गई है। फर्जी अभिलेखों के आधार पर कालेज की मान्यता लिये जाने की शिकायत में की गयी जाँच में शिकायत सही पाये जाने के बाद डीएम रविन्द्र कुमार ने कानपुर विश्वविद्यालय के कुलपति को डिग्री कालेज की मान्यता रद्द करने को पत्र लिख दिया है।
जिला पंचायत सदस्य रह चुके बॉबी यादव ने कुछ वर्षो पूर्व ही रखा रोड पर डिग्री कालेज बनाया था| ग्राम राजा नगला निवासी गुरुदेव सिंह यादव ने बीते 14 जून 2017 को जिलाधिकारी को दिए पत्र में शिकायत की थी कि डिग्री कालेज की मान्यता गलत शपथ पत्र व तथ्यों के आधार पर ली गई है। जिलाधिकारी ने शिकायत की जाँच करायी| जाँच एसडीएम सदर व नगर पालिका की ईओ ने की| जिसमे शिक्षण संस्थान ग्रामीण क्षेत्र में होने के बाद भी शहर क्षेत्र में दिखाया गया| ईओ ने तो अन्य प्रमाण पत्रों में भी गोलमाल किये जाने की पुष्ठी की| वही एसडीएम सदर ने भी दी गयी रिपोर्ट में कहा कि पालिका का फर्जी प्रमाण पत्र लगाया गया| प्रबंधक ने ग्राम धनसुआ के गाटा संख्या 499 व 509 को गलत व कूटरचित ढंग से तैयार अभिलेखों के आधार पर नगर पालिका क्षेत्र में दिखाया, जबकि वह ग्रामीण क्षेत्र में है। बॉबी के बड़े भाई यशपाल सिंह बढ़पुर के व्लाक प्रमुख रह चुके है वह वर्तमान में इसी डिग्री कालेज के प्रबन्धक है|
डीएम ने रिपोर्ट मिलने के बाद विश्वविधालय कानपुर के कुलपति को देवेंद्र सिंह मुन्नी देवी शिक्षा संस्थान की मान्यता रद्द करने के लिये पत्र लिख दिया है|
चुनाव के दौरान ही बॉबी पर प्रशासन कसता है शिकंजा
बीते सपा सरकार में हुये व्लाक प्रमुखी के चुनाव के दौरान उर्मिला राजपूत सपा से दावेदार थी| बॉबी भी अपनी तरफ से दावेदारी करा रहे थे| लेकिन अचानक उनके रखा रोड स्थित शीतगृह के पास सड़क किनारे बनी दर्जनों दुकानों को तत्कालीन सिटी मजिस्ट्रेट शिव बहादुर सिंह पटेल ने नोटिस जारी कर आठ दिन के भीतर दुकाने तोड़ देने के आदेश दिये थे| ना तोड़ने पर प्रशासन की तरफ से तोड़ने का फरमान था| लेकिन जब समर्थन सपा प्रत्याशी को दे दिया गया तो प्रशासन पीछे हट गया |
इस बार फिर अगस्त में व्लाक प्रमुख के लिये मतदान होना है| महाविद्यालय के प्रबंधक यशपाल सिंह की पत्नी व बॉबी की भाभी रीता यादव ने ही विगत दिनों बढ़पुर ब्लाक प्रमुख उर्मिला राजपूत के खिलाफ विगत 7 जून को अविश्वास प्रस्ताव प्रस्तुत किया था। रीता व्लाक प्रमुखी की दावेदारी कर रही है| अब फिर चुनाव से पूर्व डिग्री कालेज की मान्यता रद्द करने के लिये डीएम का पत्र जारी हो गया|
बॉबी यादव ने बताया कि उन्होंने जो कागजात डिग्री कालेज के लिये लगाये थे| उन कागजो की जाँच तत्कालीन जिलाधिकारी व एसडीएम सदर ने की थी और रिपोर्ट भी लगायी थी| जिसके बाद विश्वविधालय ने मान्यता दी| अब विरोधी साजिश के तहत यह करा रहे है|