फर्रुखाबाद : व्लाक नवाबगंज में वर्तमान में तैनात लिपिक अत्रेय राठौर ने उत्पीडन के चलते गोली मारकर आत्महत्या बीती रात ही कर ली थी| शुक्रवार को दोपहर उनकी पत्नी ने अल्प संख्यक कल्याण अधिकारी के खिलाफ पति का उत्पीड़न कर उन्हें आत्महत्या के लिये प्रेरित करने का आरोप लगाया है|
मृतक लिपिक की पत्नी ममता राठौर ने पुलिस को दी गयी तहरीर में कहा है कि उनेक पति अत्रेय राठौर जिला विकास अधिकारी कार्यालय में तैनात थे| आला अधिकारीयों के आदेश पर अत्रेय को जिला अल्पसंख्यक कल्याण विभाग में सम्बद्ध किया गया था| जिस कारण वह वही पर सरकारी कार्य कर रहे थे| जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी भारत प्रसाद ने 10 अप्रैल 2017 को अत्रेय की सम्बद्धता समाप्त कर उन्हें मूल विभाग में भेज दिया गया| जंहा अत्रेय ने कार्यभार ग्रहण कर लिया| उसके बाद भी जिला अल्पसंख्यक अधिकारी लगातार उसका मानसिक उत्पीडन कर रहे थे|
अधिकारी के दबाब के चलते ही वह वह मानसिक परेशान रहे|इसकी सूचना अत्रेय ने अपनी पत्नी ममता को भी बतायी थी| ममता ने आरोप लगाया कि अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी लगातार धन की मांग करते थे | उत्पीडन से परेशान होकर अत्रेय ने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के यहाँ कार्यवाही की| बीते 8 जून को रात लगभग 9:30 बजे ममता अपना घरेलू काम निपटा रही थी | तभी तेज आवाज सुनाई पड़ी | जब बाहर आकर देखा तो अत्रेय जमीन पर लहुलुहान पड़े है| परिजन निजी चिकित्सालय में ले गये जंहा उसे मृत घोषित कर दिया| सीओ आलोक कुमार व कोतवाल अनूप निगम ने शुक्रवार को सुबह पंहुचकर जाँच पड़ताल की| शव को पोस्टमार्टम के लिये भेजा|