फर्रुखाबाद: राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के अध्यक्ष गोविन्द तिवारी ने कहा कि प्रदेश के अधिकतर बीएसए कार्यालयों की दशा ठीक नही है| क्योंकि कई तथाकथित संगठन शिक्षको को न्याय दिलाने के नाम पर दलाली करते है| जिससे शिक्षक का शोषण होता है| उन्होंने जनपद पंहुचकर जिलाधिकारी को सम्बन्धित ज्ञापन एसडीएम सदर को सौपा और शिक्षको को गैर शैक्षणिक कार्यों में ना लगाये जाने का शासनादेश भी दिया|
संगठन के जिलाध्यक्ष संजय तिवारी के नेकपुर स्थित आवास पर पंहुचे प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि शिक्षा निदेशक(बेसिक) के सचिव व अपर मुख्य सचिव ने 1 जून 2017 को यह आदेश जारी किया है कि प्राथमिक तथा उच्च प्राथमिक विधालयों के अध्यापको को गैर शैक्षिणिक कार्य में ना लगाये जाने का आदेश जारी कर दिया| इसके बाद भी फर्रुखाबाद व इटावा के जिलाधिकारी शिक्षक पर जबरन राशन कार्ड सत्यापन कराना चाहते है| यदि जिलाधिकारी ने अपनी मनमानी नही छोड़ी तो सोमबार को अपर मुख्य सचिव से भेट कर अग्रिम कार्यवाही के लिये रणनीति बनायी जायेगी|
उन्होंने साफ़ कहा कि शिक्षको का शोषण करने में कही ना कही कुछ शिक्षक संगठनों की भूमिका है| शिक्षको को न्याय दिलाने के नाम पर बीएसए कार्यालय में दलाली करते है| उन्होंने कहा कि पूर्व की शिक्षा में छात्रों को दंड का प्राविधान था जिससे इन्ही परिषदीय विधालयों से बड़े-बड़े अफसर निकलते थे| लेंकिन अब दंड समाप्त हो गया| जिससे व्यवस्था बिगड रही है| इसके लिये अभिभावक भी जिम्मेदार है| वह अपने बच्चो की पढ़ाई के लिये चिंतित नही है |देश की शिक्षा व्यवस्था धीरे-धीरे नष्ट हो रही है|