फर्रुखाबाद: जनपद के पव्लिक स्कूलो ने सरकार के फैसले के खिलाफ परिषदीय विधालयो पर जमकर तंज कसा| जिसमे सरकारी विधालयों की व्यवस्था पर सबाल खड़े किये गये और साथ ही साथ बीएसए कार्यालय के भ्रष्टाचार पर भी आक्रोश व्यक्त किया गया|
नगर के खतराना स्थित एक विधालय में आयोजित प्रेस वार्ता में पब्लिक स्कूल एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ० प्रभात अवस्थी ने कहा कि पब्लिक स्कूलो को सरकार और समाज की तरफ से तिरस्कार की नजर से देखा जाता है| और लेकिन पब्लिक स्कूलो के समाज में योगदान पर कोई कुछ नही बोलता | पब्लिक स्कूलो के संचालको को भ्रष्टाचार के तले रौंदा जाता है| जिले में गैर मान्यता प्राप्त विधालय चल रहे है | उनकी मान्यता के लिये फाइले बीएसए कार्यालय में वर्षो से पड़ी है| विभाग विधालयो से केबल बसूली कर चला जाता है लेकिन पंजीकरण नही करता| जबकि विभाग कई शिक्षा माफिया के विधालय केबल कागजो पर ही चला रहा है उन पर कार्यवाही करने वाला कोई नही|
निजी विधालय के संचालको को आये दिन विभाग का उत्पीडन झेलना पड़ता है| जबकि सरकारी विधालयो की क्या दशा है यह किसी से नही छुपी| उन पर कार्यवाही क्यों नही होती| एसोशिएशन ने कहा कि सभी जगह समान शिक्षा हो| वार्षिक शुल्क निर्धारित हो| छापेमारी के नाम पर निजी विधालयो का उत्पीडन बंद हो| इसके साथ ही साथ श्री अवस्थी ने कहा कि शिक्षा के अधिकार अधिनियम के अंतर्गत आने वाले बच्चो के दाखिले के दिशा निर्देश आज तक उनके किसी भी विधालय संचालक को नही मिले| यदि मिले तो गरीब बच्चों को निशुल्क शिक्षा पव्लिक स्कूल देंगे | समान शिक्षा और समान शुल्क व समान व्यवस्था सरकार पव्लिक स्कूलो कि भी करे| जो व्यवस्था सरकारी विधालयो को मिलती है वह पब्लिक स्कूल को मिले|
संगठन मंगलवार को जिलाधिकारी से भेट कर ज्ञापन देगा| इस दौरान नवनीत मिश्रा, अंजुम दुबे, मुकेश राठौर आदि मौजूद रहे|