फर्रुखाबाद: जीवन उत्पत्ति के साधन या श्रोत (सोर्स आफ लाइफ जेनरेशन) की खोज में लगे लार्ज हेंडान कोलाइडर वैज्ञानिकों द्वारा जिस गाड पार्टिकल का परीक्षण किया जा रहा है| उस पर बैज्ञानिक हाकिंग ने दावा किया कि अति ऊर्जा के दबाब में गाड पार्टिकल एक गुब्बारे की तरह प्रकाश की गति से प्रसार कर सब कुछ तबाह कर देंगे|
लेकिन एक भारतीय योग विज्ञानं डॉ० कश्यप ने कहा कि गाड पार्टिकल स्वयं जीवन उत्पत्ति का एक साधन या श्रोत है| यह पेंटाक्वार्क (चार क्वार्क और एक एंटी क्वार्क) की अति उच्च ऊर्जा के अभाव में निष्क्रिय हो जायेगा| जीवन उत्पत्ति के इस साधन या श्रोत गाड पार्टिकल (मनोश्रोत) से निकलने वाली मैज्नेटिक साउण्ड एंड लाइट माइक्रोगेविटी बेब्स का श्रोत या साधन बंद हो जायेगा| इन्ही तरंगो का उपयोग कर मनुष्य सुनता है व उसका शरीर क्रियान्वित रहता है| इन गाड पार्टिकल या मन तरंगो के अभाव में मनुष्य की शारीरिक क्रियायें बंद हो जायेगी और कोमा में चला जायेगा| लेकिन डॉ० कश्यप का यह दावा है कि गाड पार्टिकल से सब कुछ तबाह नही होगा बल्कि मनुष्य की एक प्रजाति जो गाड पार्टिकल या मन की मैग्नेटिक साउण्ड एंड लाइट माइक्रो ग्रेविटी बेब्स द्वारा संचालित रहती है| कोमा में जा सकती है और इस पृथ्वी पर इस प्रजाति के मनुष्यों की संख्या लगभग निन्यानवे प्रतिशत है|
इस पृथ्वी पर एक प्रतिशत ऐसे भी मनुष्य है जो नाजुक समय में इलेक्ट्रोसाउण्ड एंड लाइट माइक्रो ग्रेविटी बेब्स का उपयोग कर जीवन उत्पत्ति के एक अन्य साधन या श्रोत टाप या आम श्रोत से सम्पर्क कर अपना बचाव कर लेंगे| यदि विश्व प्रसिद्ध वैज्ञानिक स्टीफन हांकिंग का एल०एच० सी० द्वारा गाड पार्टिकल से तबाही का यह दाबा सच साबित हुआ तो मनुष्य को पहले से ही इस खतरे से बचाब में तैयार होना होगा| और जीवन उत्पत्ति के एक नये साधन या श्रोत टाप (आत्म श्रोत) से सम्पर्क स्थापित करना होगा| यह केबल इलेक्ट्रो साउण्ड एंड लाइट माइक्रो ग्रेविटी बेब्स थेरेपी द्वारा ही सम्भव है|
इस थेरैपी का रजिस्ट्रेशन व सुबिधा भारतीयों के लिये एक लाख रूपये विदेशियों के लिये एक लाख डालर है| कोमा में गये मरीज को कोमा से बाहर लाने की हिस्टीरिया मिर्गी, भूत व्याधी के लिये मिले (डॉ० अशोक कश्यप मो० 979291 7231 ) (यह लेखक के निजी विचार है)