विधानसभा कायमगंज: पिछड़ों, मुस्लिमों और सवर्णों के हवाले रही सीट

Election-2017 FARRUKHABAD NEWS Politics

फर्रुखाबाद: विधानसभा कायमगंज भी जिले की राजनीति में अपना काफी महत्व रखती है। विधानसभा का 3,81,191 मतदाता इस बार 8 प्रत्याशियों के लिए मतदान करने जा रही है। विधानसभा क्षेत्र में वर्ष 1951 से लेकर 2012 तक कुल 16 विधायक जनता ने चुनकर विधानसभा भेजे। विधानसभा की सीट पिछड़े वर्ग, मुस्लिम व सवर्णों के हवाले रही। वर्ष 2012 में हुए परिसीमन के बाद इस सीट को अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित कर दिया गया।

आंकड़ों पर यदि नजर डालें तो वर्ष 1951 से 57 तक आईएनसी से सुल्तान आलम खान विधायक रहे। 1962 में सियाराम पीएसपी, 1967 में सीपी तिवारी बीजेएस से विधायक चुने गये। 1969 में सियाराम गंगवार आईएनसी से विधायक बने। 1977 में जनता ने ग्रीशचन्द्र तिवारी को जनता पार्टी की टिकट से विधायक बनाया। जेएनपी की टिकट पर अनवार मोहम्मद खां 1980 में विधायक चुने गये। आईएनडी से राजेन्द्र गंगवार 1985 में कायमगंज विधानसभा क्षेत्र से विधायक बने। अगली बार राजेन्द्र को टिकट न देकर आईएनडी ने फकीरेलाल को टिकट दिया और वह 1989 के चुनाव में विधायक बने।

जनता दल से 1991 में इजहार आलम को जनता ने चुना। 1993 में समाजवादी पार्टी से प्रताप सिंह यादव विधायक बन गये। इसके बाद भाजपा के सुशील शाक्य 1996 में चुनाव जीते। कांग्रेस की लुईस खुर्शीद 2002 में विधायक बनीं। 2007 में बसपा से कुलदीप गंगवार को टिकट मिला और जनता ने उन्हें विधायक बनाया। 2012 में बदले परिसीमन के चलते यह सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित कर दी गयी और समाजवादी पार्टी से अजीत कठेरिया विधायक बने।

विधानसभा क्षेत्र में लगभग 33 प्रतिशत बैकवर्ड, 29 फीसदी मुस्लिम, 26 प्रतिशत सामान्य वर्ग के लोग निवास करते हैं। कुल महिला मतदाताओं की संख्या 1,74,38 व पुरुष मतदाताओं की संख्या 2,06,430 है। पिछले विधानसभा चुनाव में बीजेपी से अमर सिंह खटिक दूसरे नम्बर के प्रत्याशी रहे थे। उन्हें 34441 मत मिले थे।