जनप्रतिनिधियों के झूठे वादों से अन्नदाताओं में बौखलाहट

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फर्रुखाबाद: विधानसभा चुनाव 19 फरवरी को जिले में होगा, कुल 61 प्रत्याशी विभिन्न विधानसभाओं में मैदान में हैं। इसी में मतदान करने को लेकर किसानों ने एक स्वर में वोट करने की शपथ ली है और साथ ही साथ कहा कि दशकों बीत जाने के बाद भी आलू आधारित कोई भी उद्योग किसी जनप्रतिनिधि ने नहीं लगवाया। जिससे किसान परेशान है।

शहर क्षेत्र के सातनपुर आलू मण्डी में जनपद के विभिन्न गांवों से आलू विक्री करने आये किसान राजनीति की चर्चा किये बिना नहीं रह सकता। किसानों का दर्द उनकी जुबां पर झलक ही गया। बुजुर्ग किसान हरीराम ने कहा उनकी उम्र 70 साल हो गयी है। लेकिन आज तक उन्हें ऐसा जनप्रतिनिधि नहीं आया जो किसान हित की बात करता। फर्रुखाबाद के किसानों का पूरा आधार आलू उत्पादन ही है। लेकिन जनप्रतिनिधि इस तरफ ध्यान नहीं दे रहे। आलू किसान रावेन्द्र सिंह, सुरेश चन्द्र, ओमकार, राहुल, राजीव कुमार ने एक स्वर में बताया कि वर्षों से न जाने कितने नेता और जनप्रतिनिधि उनके दरबाजे पर दस्तक देकर चले गये। किसानों को तो कुछ नहीं मिला लेकिन नेता जी दिन दूनी और रात चैगुनी तरक्की कर अपना विकास कर ले गये। उन्होंने कहा कि हर बार किसानों को झूठे वादों के बदौलत लोग अपनी सरकार बनाते चले आ रहे हैं लेकिन दशकों बीत जाने के बाद भी आज तक जिले में किसी भी जनप्रतिनिधि ने कोई भी आलू आधारित उद्योग नहीं लगाया है जिससे किसान को उसकी फसल का बाजिब मूल्य मिल सके।

जब देश का किसान आर्थिक मजबूत होगा तभी देश हर मायने में मजबूत हो सकेगा। किसानों ने यह उम्मीद जाहिर की कि आने वाली नई सरकार और जिले के नये प्रतिनिधि किसानों के लिए इस तरफ पहल जरूर करें। सभी ने एक स्वर में मतदान करने और लोगों को इसके लिए जागरूक करने की शपथ भी ली। विकास दुबे आदि मौजूद रहे।