फर्रुखाबाद: पिछले विधान सभा चुनाव में पूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद की पत्नी पूर्व विधायक लुईस खुर्शीद अपनी जमानत बचाने में कामयाब नही हो पायी थी| इस बार उनके सपा व कांग्रेस गठबंधन की बात तय होने के बाद भी सदर सीट से चुनाव लड़ने की खबर ने कई प्रत्याशियों को मुश्किल में डाल दिया है| लेकिन सपा ने अपनी आस और उम्मीद नही छोड़ी है| यह तो सोमबार को ही तय होगा की आखिर क्या हालत है|
रविवार को सीएम अखिलेश यादव और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रेस कांफ्रेस साझा कर यूपी को ये साथ पसंद है का नारा साझा कर दोनों पार्टी के नेताओ को एक मंच पर आकर गठबंधन के प्रत्याशीयों को चुनाव लड़ाने का फरमान कराया| लेकिन अभी तक उसका करंट सदर सीट पर नजर नही आ रहा है| पूर्व विधायक लुईस खुर्शीद किसी भी कीमत पर पीछे हटने को तैयार नही है| उन्होंने सोमबार को सदर सीट से नामांकन करने की तैयारी कर ली है| जिससे सपा प्रत्याशी विजय सिंह सहित कई का चुनावी समीकरण बिगड़ सकता है|
बताते चले बीते दिनों कांग्रेस की 27 साल यूपी बेहाल यात्रा अखिलेश सरकार के खिलाफ निकाली थी| वही सीएम अखिलेश यादव ने कहा की काम बोलता है| जब दोनों के दुसरे के विरोधी थी तो फिर केबल सत्ता के लिये गठबधन जनता को हजम नही हो रहा है| दोनों का गठबंधन भले हो गया हो लेकर कार्यकर्ता अन्दर ही अन्दर खफा है| कांग्रेस से चुनाव लड़ने के लिये जिलाध्यक्ष व प्रदेश सचिव सहित ना जाने कितने लोग वर्षो से मेहनत और पैसा खर्च कर रहे थे| लेकिन गठबंधन की रार ने उनके मनसूबो पर पानी फेर दिया| लेकिन पार्टी और आला कमान का विरोध करना शायद उनके बस में नही| लेकिन जिले और केंद्र की कांग्रेस में अपनी मजबूत ओहदा रखने वाले सलमान खुर्शीद की पत्नी लुईस ने चुनाव लड़ने की आवाज बुलंद की है| वही सपा प्रत्याशी विजय सिंह भी अपनी जड़े मजबूत करने में लगे है|