फर्रुखाबाद:(कंपिल) दिसंबर से जिले ने कोहरे की चादर ओढ़ रखी है। ऐसे में जनजीवन अस्त-व्यस्त होने के साथ आलू और तम्बाकू की फसल भी रोगों की चपेट में आ रही है। बीते कुछ दिनों से हुई गलन ने किसानो की चिता बढ़ी हुई है। अगर किसानों ने जल्द उपचार नहीं किया तो फसल में भारी नुकसान हो सकता है। इसके साथ ही साथ तम्बाकू और फूल वाली सरसों को भी भारी नुकसान हो रहा है| जिससे किसान परेशान है|
खेतों में खड़ी आलू की फसल को कोहरे और ठंड से नुकसान हो रहा है। अगर आने वाले दिनों में गलन कम ना हुई तो किसानों को नुकसान का सामना करना पड़ सकता है। वैज्ञानिकों के मुताबिक अगर कोहरे और पाला का प्रकोप जारी रहता है तो आलू की फसल में झुलसा का रोग लगने की संभावना बढ़ जाती है। जिससे आलू की उपज को भारी नुकसान होगा। वहीं किसानों के मुताबिक आलू में झुलसा रोग पनपने लगा है। किसानों ने आलू में दवा का छिड़काव भी शुरू कर दिया है।
आलू और तम्बाकू के बारे किसान मुल्कराज निवासी भागीपुर उमराह स्वदेश राजपूत निवासी होतेपुर, विनोद निवासी सवितापुर, रघुवीर निवासी सबितापुर ने बताया की ठंड से उनकी आलू और तम्बाकू की फसल को भारी नुकसान हुआ है| पहले नोट बंदी के कारण खाद और बीज समय पर नही ला पाये और बची हुई कमी सर्दी ने पूरी कर दी| क्षेत्र के गाँव होतेपुर, भागीपुर उमराह, भीम नगर, अर्जुन नगला व पहाडापुर में तम्बाकू को मुख्य फसल के रूप में करते है|(कुलदीप सिंह कंपिल)