फर्रुखाबाद: आयुक्त कानपुर इख्तखारुद्दीन के सामने बीते 6 वर्ष पुराने एनआरएचएम घोटाले का बड़ा मामला सामने आया| जिसमे घोटाले में दोषी लिपिक और कक्षसेबक से नही हुई 14 लाख की रिकबरी ना किये जाने की शिकायत की गयी है|
सर्वोदय मंडल के महामंत्री लक्ष्मण सिंह के नेतृत्व में दर्जन भर लोग आयुक्त के आने से पहले जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गये| जिससे प्रशासन के हाथ पैर फूल गये | जिसके बाद एएसपी अशोक कुमार और एसडीएम सुरेन्द्र सिंह मौके पर पंहुचे| उनकी लक्ष्मण सिंह से तीखी नोकझोक हुई| जिसके बाद उनको कमिश्नर से भेट कराने का भरोसा दिया गया| लक्ष्मण सिंह ने कमिश्नर से कहा की बीते 2010 में एनआरएचएम घोटाला हुआ था| जिसमे दोषी तत्कालीन सीएमओ मो० हसीन खां, डॉ० केके सक्सेना, लिपिक जगदीश कटियार, और लिपिक अजय कटियार, कक्ष सेवक अजय कुमार आदि के खिलाफ कोतवाली फतेहगढ़ में शासन सचिव के आदेश पर मुकदमा दर्ज कराया गया था|
विभागीय जाँच में सीएमओ व डॉ० केके सक्सेना की सेवानिवृत अबधि कम रह जाने के कारण उनके सेवानिवृत्त देयकों से गवन की धनराशि बसूल की गयी थी| लेकिन जगदीश कटियार और अजय कुमार से घोटाले की रिकबरी की जानी थी| जो आज तक नही की गयी| अन्य दो चिकित्सको शंभू शरण सिन्हा एवं डॉ० नीरज पर कार्यवाही लम्बित है| ठंडी सड़क निर्माण ना होने की शिकायत भी की गयी| शिकायत पर मंडलायुक्त ने कार्यवाही का भरोसा दिया| एसपी प्रकाश बिंदु और एसपी सुभाष सिंह बघेल मौजूद रहे|