फर्रुखाबाद: जनधन योजना के तहत खोले गए खातों में नोटबंदी के बाद जबरदस्त तरीके से धन बरसा। जिन खातों में चंद रुपये होते थे उसमें लाखों रुपये जमा हो गए। इससे फिक्रमंद आयकर विभाग ने बैंकों से ऐसे तमाम खाते जिनमें आठ तारीख के बाद यकायक मोटी रकम जमा की गई है, उनका ब्योरा तलब किया है।
आंकड़े गवाह हैं कि नोटबंदी के बाद जन-धन योजना में खोले गए खातों को कालाधन खपाने के लिए प्रयोग किया गया है। कल तक पाई- पाई के लिए मोहताज गरीब अचानक मालामाल हो गया। बैंकों के लिए यह खाते अब कुबेर का खजाना साबित हुए हैं। सूत्रों के अनुसार कई सैकड़ा खाते लाखों रुपयों से भर गए। हर खाते में एक लाख या उससे ज्यादा रकम जमा हो चुकी है। एसबीआइ सहित तमाम बैंकों को आरबीआई ने अपनी गाइड लाइन दी थी, कि जनधन योजना के खाते में 49 हजार से ज्यादा रकम जमा नहीं होगी। अधिक राशि जमा करने वालों पर आयकर का शिकंजा भी कसा जा सकता है। जन-धन योजना के तहत जनपद मे एक लाख से ऊपर खाते खोले गये| सबसे अधिक खाते देहात में खुले।
कार्यवाहक लीड बैंक मैनेजर एचएन गौतम ने बताया कि उनको अभी तक आरबीआई से कोई गाइड लाइन नही मिली की जनधन में जमा आंकड़ो को एकत्रित करे| उनके पास इस तरह के कोई निर्देश अभी नही है|