फर्रुखाबाद: अचानक 500 रुपये तथा एक हजार रुपये के मौजूदा नोटों को बीती आधी रात से अमान्य बना दिये जाने से आम लोगों में अफरा-तफरी मच गयी। लोग रात 12 बजे तक पुराने नोटों को जमा कराने या किसी तरह ठिकाने लगाने के उपाय ढूँढ़ते रहे। यात्रियों ने स्टेशनों पर भी कार्ड रिचार्ज कर खुले कराने की जुगत अपनायी। उन्होंने बड़ी संख्या में 500 और एक हजार रुपये के नोटों से रिचार्ज कराये। लेकिन, कुछ देर बाद इन काउंटरों पर भी 50 और 100 रुपये के नोट समाप्त हो गये। तो जादातर दुकानदारो ने कहना शुरू कर दिया कि लोग सीधे 500 या एक हजार रुपये का ही रिचार्ज करायें। शहर के लाल दरवाजे पर एक मोबाइल दुकानदार ने बताया कि एक ही व्यक्ति ने 10 अलग-अलग कार्डों पर एक-एक हजार कर कुल 10 हजार रुपये के रिचार्ज कराये। वही पेट्रोल पम्प भी ग्राहकों के निशाने पर रहे जंहा सीधे 500 और एक हजार के नोट का ही पेट्रोल कारो और बाइको में डाला गया|
जिस किसी एटीएम पर कैश डिपॉजिट मशीन थी वहाँ बीती रात लोगों की लंबी कतारें देखी गयीं। हर कोई रात 12 बजे एटीएम बंद होने से पहले अपने पुराने 500 रुपये तथा एक हजार रुपये के नोट जमा करा देना चाहता था। भारतीय स्टेट बैंक के एटीएम पर भी रात 11 बजे कम से कम 50 लोग अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे। पूछे जाने पर उन्होंने कहा आज के दिन पैसे निकालने कौन आयेगा? यह लाइन पैसे जमा कराने वालों की है। प्रधानमंत्री की इस घोषणा के तुरंत बाद खुदरा दुकानदार भी 500 तथा एक हजार के नोट लेने से मना करने लगे। हर व्यक्ति इन नोटों को किसी तरह छोटे नोटों में बदलने की कोशिश में लगा था। जिले के कंपिल, राजेपुर, जहानगंज, बढ़पुर, कमालगंज व कायमगंज में 500 और 1000 रुपये के लेन-देंन को लेकर विवाद की स्थित बनती रही| आवास विकास तिराहे पर स्थित एक महिला अस्पताल ने मरीज को छुट्टी देने से ही इंकार कर दिया| क्योंकि तिमारदार के पास 500 और हजार के नोट थे|
बीती आधी रात से पांच सौ और एक हजार रूपये के सभी नोट अमान्य किये जाने की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की घोषणा से आम लोग काले धन पर अंकुश लगने की उम्मीद से जहां उत्साहित है वहीं दूसरी ओर व्यापारियों में कारोबार को लेकर संशय है । पांच और एक हजार रूपये के नोट बारह बजे रात्रि से बंद होने की घोषणा की लेकिन लोगों ने इन दोनों नोटों को तत्काल ही लेने से इंकार कर दिया। सरकार ने आम आदमी को असुविधा से बचाने के लिए 11 नवम्बर मध्य रात्रि तक सरकारी अस्पतालों, दवा दुकानों, पेट्रोल पंपों, रेल टिकट बुकिंग, हवाई टिकट, बस अड्डों और दूध डिपो पर 500 तथा 1000 रुपये के नोटों से खरीदारी जारी रखने की बात कही थी लेकिन नगर में कई पेट्रोल पम्प और दवा दुकानदार भी 500 तथा 1000 रुपये के नोट स्वीकार करने को तैयार नहीं हुए ।