फर्रुखाबाद: राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के द्वारा जिलाधिकारी को दिये गये ज्ञापन में कहा है कि 22 अक्टूबर को छमाही परीक्षा है| उसी दिन शिक्षको को बूथ डियूटी पर लगा दिया गया है| दोनों कार्य एक साथ होने पर संगठन ने शिक्षको की तरफ से आपत्ति की है|
संगठन के जिलाध्यक्ष संजय तिवारी ने दिये गये ज्ञापन में कहा है कि एमडीएम , फल की धनराशि तत्काल विधालयो में प्रेषित की जाये| एनपीआरसी स्तर से विधालयो तक पुस्तक नही पंहुचाई जा रही है| जिससे शिक्षक विधालय छोड़कर बीआरसी और एनपीआरसी के चक्कर काट रहे है| विधालय में कम उपस्थिति पर शिक्षको को ही दोषी न माना जाये निरीक्षण सुधारात्मक हो|
मौसम के बदलाव के कारण विभिन्य वायरल बुखार डेंगू, स्वाइन फ्लू जैसे रोग फ़ैल रहे है| सीएमओ के माध्यम से प्रत्येक विधालय में स्वास्थ्य विभाग द्वारा परीक्षण कराया जाये| संगठन ने मांग की है कि 22 अक्टूबर को प्रथम पाली में विज्ञान व गृहशिल्प की छमाही परीक्षा है| उसी दिन शिक्षको की बूथ डियूटी भी लगा दी गयी है| और फरमान यह है कि यदि शिक्षक बीएलओ डियूटी नही करता है तो उसकी सेवा समाप्त कर दी जायेगी| जिससे शिक्षक भय में है| लेखाधिकारी के बार-बार कहने के बाद भी पहली तारीख को वेतन जारी नही हो रहा है| लेखाधिकारी की शिकायत शासन में करने का निर्णय भी लिया गया आदि मांगो का ज्ञापन बीएसए और जिलाधिकारी को दिया गया|