नई दिल्ली:प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज नियंत्रण रेखा के पार आतंकवादी ठिकानों पर सर्जिकल हमलों से जुड़े तमाम पहलुओं पर चर्चा करने के लिए सुरक्षा मामलों पर कैबिनेट समिति की बैठक बुलाई। इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा गृहमंत्री, वित्तमंत्री, रक्षा मंत्री और विदेश मंत्री ने हिस्सा लिया।
सूत्रों ने बताया कि बैठक में नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा के साथ-साथ आंतरिक इलाकों में हालात पर चर्चा हुई। सूत्रों के मुताबिक इस बैठक में सेना की ओर से सर्जिकल स्ट्राइक के दिए गए सबूतों को सार्वजनिक करने पर भी चर्चा हुई। इसके पहले सरकार के वरिष्ठ मंत्री वेंकैया नायडू ने कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत को लेकर गैरजिम्मेदाराना बयान दे रहे लोगों की बात का जवाब देने की सरकार को कोई जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि किसी भारतीय को सेना की विश्वसनीयता और प्रतिबद्धता पर शक नहीं है।
उन्होंने कहा कि इस तरह की गैर जिम्मेदाराना टिप्पणियों और मांगों पर जवाब देने की कोई जरूरत नहीं है । सौभाग्य से, कांग्रेस ने अपनी गलती महसूस की है और अपने नेताओं की टिप्पणियों से खुद को अलग किया है। आप ने भी यह अत्यंत स्पष्ट कर दिया है। भारतीय सेना की विश्वसनीयता और प्रतिबद्धता पर किसी को भी कोई संदेह नहीं है जिसने सराहनीय काम किया है और अभियान पर आगे चर्चा करना सेना का अपमान होगा। नायडू ने कहा कि सैन्य अभियान महानिदेशक (डीजीएमओ) ने अभियान के बारे में खुद ही पूरा ब्योरा दिया था और सर्वदलीय बैठक में भी सूचना साझा की। उन्होंने पूछा कि क्या आगे का ब्योरा जारी करना राष्ट्रहित में होगा।
वेंकैया के इस बयान से इस बात को बल मिल रहा है कि सरकार शायद ही वीडियो को सार्वजनिक करेगी। हालांकि सूत्रों के मुताबिक सेना ने कहा है कि सबूत सार्वजनिक किए जाने पर उसे कोई आपत्ति नहीं है, फैसला पीएमओ को लेना है। नियंत्रण रेखा के पास आतंकवादी ठिकानों पर 28 और 29 सितंबर की रात को किए गए सर्जिकल हमलों के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है। इन हमलों के बाद से पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा के पार से गोलाबारी बढ़ा दी है। वहीं दोनों देशों की सेनाओं की एलओसी पर हलचल बढ़ गई है। गोलीबारी की आड़ में पाकिस्तान लगातार आतंकियों की घुसपैठ कराने की भी नाकाम कोशिश कर रहा है। सर्जिकल स्ट्राइक के बाद भारतीय सेना और खुफिया एजेंसिया हाई अलर्ट पर हैं। बीते रविवार को भी आतंकवादियों ने जम्मू-कश्मीर के बारामूला स्थित बीएसएफ कैंप पर हमला किया था, जिसमें एक भारतीय जवान शहीद हो गया और दो आतंकी जवाबी कार्रवाई में मारे गए थे।
(भाषा इनपुट के साथ)