फर्रुखाबाद: ग्रीष्मकाल में भी विधालय खोलकर मध्यान्ह भोजन बनाने और विधालय बंद ना करने को लेकर जिले के शिक्षको में आक्रोश व्याप्त हो गया है| एक तरफ शिक्षक नेताओ के द्वारा अधिकारियों को दिये जा रहे ज्ञापन और मांगो के बाद भी सहायक निदेशक मध्यान्ह भोजन एमपी सिंह कुशवाह ने एमडीएम बंद ना करने की बात के साथ चेतावनी भी दी है की यदि किसी भी विधालय में मध्यान्ह भोजन नही बना तो उस विधालय के अध्यापको का वेतन तत्काल प्रभाव से रोंक दिया जायेगा| इसी सम्बन्ध में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने आदेश भी जारी किया है कि अध्यापक अभिभावकों से प्रतिदिन संपर्क करेंगे और उनके मोबाइल नंबर नोट करके खंड शिक्षा अधिकारियो को देंगे| वही सर्वोच्य न्यायालय का भी आदेश अधिकारियो के रोड़ा बना है|
बताते चले की ठीक इसी योजना के अंतर्गत जनपद मैनपुरी, हरदोई आदि जिलो में मध्यान्ह भोजन छात्र उपस्थित शून्य होने के कारण बंद कर दिया गया है| जनपद के भी विधालयो में छात्र संख्या शून्य होने की रिपोर्ट खुद बीएसए के द्वारा भेजी जा चुकी है| इस हिसाब से जनपद में भी मध्यान्ह भोजन बंद होना चाहिए| इसी मांग को लेकर प्राथमिक शिक्षक संघ, शैक्षिक महासंघ, पूर्व माध्यमिक शिक्षक संघ ने जिलाधिकारी, सीएम, बीएसए से लगातर मध्यान्ह भोजन बंद करने को लेकर ज्ञापन दिया| लेकिन सहायक निदेशक मध्यान्ह भोजन एमपी सिंह कुशवाह ने एमडीएम बंद ना करने के निर्देश दिये| जिसको लेकर शिक्षको में आक्रोश आक्रोश है |
प्राथमिक शिक्षक संघ नेता विजय बहादुर यादव ने बताया कि उन्होंने इस सम्बन्ध में सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञपन दिया था | जिलाधिकारी नही आये थे| उन्होंने कहा इस सम्बंध में जल्द यदि कोई निर्णय नही लिया गया तो अनिश्चित कालीन धरना प्रदर्शन किया जायेगा| उन्होंने यह भी कहा कि यह लड़ाई सारे जनपद के शिक्षको की है| अनिश्चित कालीन धरने में सभी का स्वागत होगा| जो भी बैठना चाहे|
राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के जिलाध्यक्ष संजय तिवारी ने कहा कि अधिकारियो के द्वारा बिना नोटिस दिये शिक्षको के वेतन काटे जा रहे है जो नियम विरुद्ध है| इस सम्बन्ध में भी संगठन बड़ा कदम उठाने जा रहा है| उन्होंने बताया कि मध्यान्ह भोजन शासन की बहुत महत्वपूर्ण योजना है| लेकिन अवकाश के चलते बच्चे विधालयो में नही आते| जिससे प्रतिदिन बनने वाला भोजन खराब हो जाता है| इस सम्बन्ध में जिलाधिकारी से भेट कर आवश्यक कार्यवाही के लिये कहा जायेगा|
पूर्व माध्यमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष राजेन्द्र गुप्ता ने बताया कि उन्होंने पहले ही इस सम्बंध में ज्ञापन भी दिया गया था| लेकिन सर्वोच्य न्यायालय का आदेश है जिस कारण मध्यान्ह भोजन बंद नही हो पा रहा है| उन्होंने कहा मंगलवार को प्रदेश के नेताओ की बैठक में अग्रिम निर्णय लिया जायेगा|