भोपाल: आदिवासी बाहुल्य मंडला जिले के रामनगर में मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत आयोजित वैवाहिक समारोह में दुल्हन को नकली मंगलसूत्र दिए जाने का मामला सामने आया है। वर वधु और उनके परिजनों की मानें तो जिला प्रशासन द्वारा उन्हें मंगलसूत्र सोने का बताकर दिया गया था लेकिन मंगलसूत्र नकली निकला है जिसके बाद वर वधु और उनके परिजन अपने आपको ठगा सा महसूस कर रहे हैं।
गौरतलब है कि 10 अप्रैल को मंडला के रामनगर में आदि उत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया था जिसमें मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत करीब 1000 जोड़ों का विवाह कराया गया है। हैरत की बात यह है कि इस आयोजन में वर वधुओं को आशीर्वाद देने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान खुद रामनगर पहुंचे थे और अधिकारियों ने इस बात की परवाह नही करते हुए सभी जोड़ों को नकली मंगलसूत्र वितरित कर दिए।
आदिवासी बाहुल्य मंडला जिले के रामनगर में मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत आयोजित वैवाहिक समारोह में दुल्हन को नकली मंगलसूत्र दिए जाने का मामला सामने आया है…कांग्रेस जिलाध्यक्ष संजय परिहार ने मुख्यमंत्री कन्यादान योजना को दिखावा बताते हुए जिला प्रशासन पर जमकर निशाना साधा है। जिलाध्यक्ष का आरोप है कि मुख्यमंत्री के सामने वाहवाही लूटने के लिए 1000 जोड़ों का विवाह कराया गया, आंकड़े बढ़ाने के चक्कर में कई अपात्र जोड़ों का विवाह भी करा दिया गया और भांजियों (लड़कियों) को नकली मंगलसूत्र टिका दिया गया। इस पूरे मामले में कोई भी प्रशासनिक अधिकारी कैमरे के सामने कुछ भी कहने से इनकार करते नजर आए हैं।
एक अधिकारी ने ऑफ द रिकॉर्ड सफाई देते हुए बताया कि सराफा व्यवसाइयों के हड़ताल के चलते आभूषणों खरीदी नही हो सकी थी। विवाह की औपचारिकता पूरी करने बाजार के मंगलसूत्र वितरित किए गए हैं। अधिकारी की मानें तो आभूषणों की रकम वधु के बैंक खाते में जल्द डाल दी जाएगी।