फर्रुखाबाद:(कमालगंज) थाना क्षेत्र के कस्बा में वर्तमान में बड़े पैमाने पर सरसों के मिलावटी (जहरीले) तेल का काला करोबार शूरू हो गया है| जिसमे होने वाली काली कमाई से व्यापारी अपनी जेबे भर रहे है और आम जनता गम्भीर बीमारियों की शिकार हो रही है| लेकिन इस तरफ अधिकारियो का कोई ध्यान नही जा रहा है| इसके अलावा मिलावटी बूंदी और देशी घी भी बड़े पैमाने पर बनाकर बेंचा जा रहा है|
मानवाधिकार समिति के कार्यकर्ता धर्मेन्द्र वर्मा निवासी अशोक नगर कमलागंज ने मुख्यमंत्री व जिलाधिकारी को पत्र भेजकर शिकायत की है| जिसमे कहा गया है कि कस्बे के कई बड़े व्यापारी सरसों का तेल राजस्थान 55 से 60 रुपये प्रति लीटर के हिसाब से मंगाकर दुकानदारों को 70-75रुपये में दिया जा रहा है| जनता को यह तेज 100-110 रुपये में बिक्री किया जा रहा है| वही देशी घी में भी मिलावट की जा रही है| देशी में वनस्पति घी मिलाकर बनाया जा रहा है | जो 80-90 रुपये प्रति लीटर तैयार होरहा है और बाजार में 400-450 रुपये प्रति लीटर बिक्री किया जा रहा है|
धर्मेन्द्र ने पत्र में कहा है कि कस्बे में एक दर्जन मिलावटी बूंदी के कारखाने खुले है| बूंदी मक्के के आंटा और मिलावटी कैमिकल से बनाया जा रहा है| यही मिलावटी बूंदी पूरे जनपद में और जनपद के बाहर सप्लाई की जा रही है| वही मिलावटी सोयाबीन के तेल की भी भरमार है|
बताते चले की तत्कालीन एसडीएम लवकुश त्रिपाठी ने बीते कुछ माह पहले ही कमालगंज थाना क्षेत्र के मोहल्ला गंगागली निवासी सरसों व्यापारी राकेश राठौर एवं उनके पार्टनर प्रदीप गुप्ता मिलावटी जहरीला तेल बेच कर रकम काट रहे है| जिनकी दुकान पर कई बार सेम्पल भरे जा चुके है| मुकदमे भी चल रहे है| लेकिन मिलावट का कारोबार तेज से अपने पैर पसार रहा है|