देहरादून: आपको यह तो पता है कि भारत का संविधान 26 जनवरी, 1950 को लागू हुआ, लेकिन क्या आपको मालूम है कि देश के संविधान की पहली प्रति किस शहर में और किस संस्थान में छापी गई थी?
देश के संविधान का पहला संस्करण देहरादून में प्रिंट हुआ था. देहरादून में संविधान छपने की एक सबसे अहम वजह थी सर्वे ऑफ इंडिया. सर्वे ऑफ इंडिया देश के प्रतिष्ठित और सबसे पहले वैज्ञानिक संस्थानों में से एक है. संविधान के तैयार होने और फाइनली संविधान सभा में स्वीकार होने के बाद बात आई संविधान की छपाई की. देशभर में बेहतर प्रिंटिंग की खोज शुरू हुई तो देहरादून स्थित सर्वे ऑफ इंडिया का नाम सामने आया|
अंतत: सर्वे ऑफ इंडिया में ही 1949 में देश के संविधान की छपाई सुनिश्चित की गई. फिर इसी संस्थान में संविधान की फोटोलिथोग्राफी हुई| यहीं पर संविधान के कवर पर भारतीय उपमहाद्वीप की सिंधु घाटी की मोहनजोदड़ो से लेकर आधुनिक सभ्यताओं तक का चित्रण किया गया था| आज जब देश अपना गणतंत्र दिवस मना रहा है तो संविधान के पहले संस्करण की प्रिंटिंग, सर्वे ऑफ इंडिया और देहरादून के इतिहास में एक उल्लेखनीय उपलब्धि के रूप में हमेशा दर्ज रहेगा|
आज एक बार फिर गणतंत्र दिवस पर उन्हीं गौरवशाली लम्हों को याद करने के लिए पूरे परिसर को तिरंगे के रंग में रंगा गया है. सर्वे ऑफ इंडिया में डिप्टी सर्वेयर राजन कुमार निगम ने बताया कि आज भी उसी ऐतिहासिक प्रिंटिंग मशीन से बेहतर क्वालिटी की प्रिंटिंग हो रही है|