फर्रुखाबाद: समाजवादी पार्टी के जिला पंचायत अध्यक्ष के प्रत्याशी शगुना देवी के विरोध में निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में ज्ञानदेवी ने चार पर्चे खरीदे| जिला पंचायत का चुनाव अब रोमांचक की जगह अनिश्चितता की स्थिति में पहुंच गया है| ज्ञान देवी के लिए पर्चे खरीदने का काम कांग्रेसी से सपाई बने अनिल मिश्रा ने किया|
समाजवादी पार्टी की ओर से जिला पंचायत अध्यक्ष के दावेदारों की घोषणा बीते दिनों कैबिनेट मंत्री शिवपाल सिंह यादव ने की थी| जिसमे जिला पंचायत अध्यक्ष पद के सपा प्रत्याशी के रूप में कायमगंज के विधायक अजीत कठेरिया की पत्नी सगुना देवी को टिकट दिया गया है| सगुना देवी नवाबगंज तृतीय से 3808 वोटो पाकर चुनाव में विजय हुई थी| उन्होंने बीते दिन दो पर्चे खरीदे थे| दूसरी तरफ सपा का ही दूसरा खेमा ज्ञान देवी को सपा प्रत्याशी न बनाये जाने पर विद्रोह पर उतरा हुआ है| इसी क्रम में सगुना देवी के विरोध में ज्ञान देवी के लिए पर्चे खरीदे गए|
वही गुरुवार को सपा प्रत्याशी सगुना देवी के विरोध में नवाबगंज द्वितीय से 5018 वोटो से चुनाव जीती ज्ञानवती ने जिला पंचायत अध्यक्ष के पद पर नामांकन करने हेतु चार पर्चे खरीदे| उनके पर्चे लेने के लिये जिला पंचायत कार्यालय में सपा नेता अनिल मिश्रा पंहुचे| फ़िलहाल जबाबी नामांकन होने की स्थित में चुनाव रोचक होने की सम्भावना है| वही सगुना देवी का नामांकन कराने के लिये मंत्री शिवपाल सिंह के आने की अटकलों से प्रशासन व विरोधी खेमे में हलचल जरुर मची है|
पर्चे खरीदने गए सपा नेता अनिल मिश्रा ने जेएनआई को बताया कि 30 में से 23 सदस्य उनके खेमे में है| जीत भी उनके खेमे की पक्की है| पार्टी विरोध में पर्चे खरीदने के सवाल पर अनिल मिश्रा ने कहा कि वे सरकार के खिलाफ नहीं है, पार्टी के खिलाफ के सवाल पर जबाब टाल गए|
उधर सपा प्रवक्ता मंदीप यादव ने बताया कि पार्टी की अधिकृत प्रत्याशी सगुना देवी ही है| अगर कोई पार्टी प्रत्याशी के विरोध में सपा नेता काम करेगा तो वो अनुशासनहीनता के दायरे में आएगा| इसकी सूचना प्रदेश नेतृत्व को भेज दी जाएगी| ज्ञात हो कि पिछले दिनों सपा नेतृत्व ने प्रदेश पर पार्टी का विरोध करने वाले कई विधायक और सपा नेता किनारे लगा दिए थे|