समर्थको की भीड़ के साथ प्रांशु व विजय गुप्ता भी गिरफ्तार

FARRUKHABAD NEWS Politics-BJP जिला प्रशासन

PRANSHU 1PRANSHU 3PRANSHU 2 PRNASHUफर्रुखाबाद: कन्नौज में प्रदेश सरकार के खिलाफ प्रतिबंधित धरने में शामिल होने जा रहे भाजपा युवा मोर्चा के राष्ट्रीय मंत्री प्रांशु दत्त द्विवेदी व शमसाबाद के चेयरमैन विजय गुप्ता को भी पुलिस ने जिला जेल से पकड़ कर पुलिस लाइन भेज दिया|

प्रांशु दत्त द्विवेदी व विजय गुप्ता अपने समर्थको के साथ पुलिस को चकमा देने के लिये फतेहगढ़-फर्रुखाबाद मार्ग से ना आकर सेन्ट्रल जेल चौराहे से रखा रोड होते हुये जिला जेल चौराहे पंहुचे| पहले से की सक्रिय हुई पुलिस ने सभी नेताओ को जिला जेल चौराहे पर रोंक दिया| समर्थको की भारी भीड़ के साथ पंहुचे दोनों नेताओ को देख पुलिस के हाथ पैर फुल गये|

पुलिस ने उन्हें समझाने का प्रयास किया लेकिन नेता नही माने और कन्नौज जाने की जिद पर अड़े रहे| प्रांशु व विजय गुप्ता अपने समर्थको के साथ जेल चौराहे पर धरने पर बैठ गये| प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गयी| प्रांशु दत्त ने कहा की प्रदेश सरकार की यह दमन कारी नीति का जबाब जनता 2017 के विधान सभा चुनाव में देगी| थानाध्यक्ष मऊदरवाजा सुनील कुमार यादव व कोतवाल फतेहगढ़ अजीत सिंह ने प्रांशु को जबरन पकड़कर पुलिस जीप से पुलिस लाइन में भेज दिया गया| पुलिस ने मौके पर मौजूद सभी नेताओ को हिरासत में ले लिया और उन्हें भी पुलिस लाइन में भेज दिया गया| उनके साथ साथ पुलिस ने शिवांग रस्तोगी, अवनीश चतुर्वेदी, प्रवल त्रिपाठी, लल्ला पाण्डेय, जिला पंचायत सदस्य के पति विजय सोमबंशी, प्रदीप सक्सेना, शिवम दुबे, नवींन पाण्डेय, श्याम मिश्रा, विशाल, धीरेन्द्र, विनोद कार्यकर्ताओ को भी पुलिस ने पुलिस लाइन में बैठा लिया|

कन्नौज की सीमा पर तैनात रही सीमा सुरक्षा बल
कन्नौज की सीमा में काली नदी के दूसरी तरफ सुरक्षा को देखते हुये सीमा सुरक्षा बल के जवान तैनात किये गये है| जो सडक पर से गुजरने वाले सभी वाहनों की चेकिंग करकर जनपद में प्रवेश की अनुमति देते दिखे| फर्रुखाबाद: प्रदेश सरकार के खिलाफ होने वाले धरने में शामिल होने के कार्यक्रम से भाजपा जिलाध्यक्ष दिनेश कटियार ने अपना किनारा कर लिया है| जिसकी चर्चा करते कार्यकर्ता नजर आये|
बीजेपी जिलाध्यक्ष का कार्यक्रम से किनारा
सरकार के खिलाफ होने वाले सभी कार्यक्रमों में नदारद रहने वाले बीजेपी जिलाध्यक्ष दिनेश कटियार प्रदेश सरकार के खिलाफ हल्ला बोल में शामिल नही हुये| जिससे पार्टी बिना सेनापति के ही सरकार के खिलाफ जूझती नजर आयी| जिलाध्यक्ष के नदारद रहने के पीछे कई कयास लगाये जा रहे है| पार्टी नेताओ का कहना है कि वह किसी जरूरी कार्य के चलते शामिल नही हो सके|