फर्रुखाबाद: साहित्यिक संस्था अभिव्यंजना के सम्मान समारोह में जनपद आये पश्चिम बंगाल के राज्यपाल केसरीनाथ त्रिपाठी ने कहा कि हिंदी को अपने स्वाभिमान से जोड़ना चाहिए| जिसके बाद ही देश व विदेश में हिंदी का विकास होगा|
फतेहगढ़ स्थित एक डिग्री कालेज में आयोजित अभिव्यंजना के वार्सिकोत्सव व सम्मान समारोह में पंहुचे पश्चिम बंगाल के राज्यपाल केसरीनाथ त्रिपाठी ने कार्यक्रम में आये एक दर्जन कवियों का सम्मानित किया| इसके बाद उन्होंने कहा की देश व विदेश में अनेको भाषाओ को बोला जाता है| लेकिन हिंदी का विकास ठीक से नही हो पा रहा है| उन्होंने कहा इसका विकास करने के लिये हिंदी को अपने स्वाभिमान से जोड़ना होगा तभी उसका विकास सम्भव है|
श्री त्रिपाठी ने कहा कि अभी हिंदी रोजगार परक नही है| हिंदी को रोजगार परक बनने के बाद हिंदी को रोजगार परक करना होगा| प्रत्येक डिग्री व इंटर कालेज में शास्त्रों का अध्यन कराने से भी हिंदी का विकास होगा| इसके साथ ही साथ सभी सरकारी कामकाज में हिंदी का प्रयोग अवश्यक कर दिया जाये| उन्होंने यह भी कहा की देश में शिक्षा के स्तर में भी खूब गिरावट आयी| इस लिये शिक्षा के स्तर को भी नही गिरना चाहिए| उन्होंने पत्रिकाओ का भी विमोचन किया| इसके साथ ही साथ सुन्दरलाल विशनदास, डॉ० सुरेश अवस्थी, बलराम श्रीवास्तव, विजय दुबे, रामबाबू मिश्रा इसके साथ ही साथ महिला वर्ग में डॉ० सुनीता तिवारी, डॉ० कमल मुसद्द्दी, आशा दुबे, सरस्वती वर्मा, डॉ० माधुरी दुबे को राज्यपाल श्री त्रिपाठी ने सम्मानित किया|
स्वागत भाषण संस्था की अध्यक्ष डॉ० रजनी सरीन के कहा| संचालन डॉ० राजकुमार सिंह के द्वारा किया गया| कार्यक्रम की अध्यक्षता महेंद्र मोहन गुप्ता ने की| बिर्गेडियर सलीम आसिफ, सुरेन्द्र पाण्डेय, संजय गर्ग, अनुभव सारस्वत, पूर्व विधायक उर्मिला राजपूत, मेजर सुनील दत्त द्विवेदी, शमसाबाद चेयरमैन विजय गुप्ता, प्रांशु दत्त द्विवेदी, जिलाध्यक्ष भाजपा दिनेश कटियार, महामंत्री विमल कटियार आदि लोग भी मौजूद रहे|