फर्रुखाबाद: दीपावली के बाद मछली व मुर्गी का गोस्त खाने कि पुरानी परम्परा है| कुछ लोगो को छोड़कर अधिकतर परिवारों में गोस्त का सेबन किया जाता| बाजार में जगह जगह गोस्त कि दुकानों पर भीड़ देखी जा सकती है| लेकिन आप को बता दे कि बाजार में बिक रही मछली आप को मौत के घाट उतारने के लिये काफी है| क्योंकि पांचाल घाट पर मारी गयी लाखो कि संख्या में मछली को बाजार में भेजा गया है|
गुरुवार को सुबह शहर कोतवाली क्षेत्र के पांचाल घाट के गंगा के निकट बने एक तालाब पर मछली का शिकार करने के लिये किसी असमाजिक तत्व ने जहर पूरे तालाब में डाल दिया| जिससे तालाब कि लाखो मछली मारने कि योजना में कामयाबी मिल गयी| सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार परबा पर होनी वाली मछली कि बिक्री में बेचने कि योजना बनाई गयी थी| जिसके बाद किसी ने एक जहरीला व जानलेवा जहर गंगा किनारे बने तालाब में डाल दिया| जहरीला पानी पीने से कुछ ही देर में मछली, मेंढक व केकड़ा मर गये| पुलिस व मिडिया के मौके पर पंहुचने से पहले ही कुछ लोग भारी मात्रा में मरी हुई मछली लेकर चले गये| जिन्हें बाजारों में सजाया भी गया है|
जहरीली मछली खाने से खाने वाले को बेहोशी, उल्टी, दस्त या साँस लेने में तकलीफ जैसी कई बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है| अधिक मात्रा में मछली सेबन करने से जान भी जा सकती है|