सेन्ट्रल जेल की महिला कर्मियों पर हमला

FARRUKHABAD NEWS JAIL

jailफर्रुखाबाद: सेंट्रल जेल में बीते कुछ दिनों से हिटलस शाही का माहौल है| जेल अधिकारी अपने मन माफिक जैसा चाहे जेल चला रहे है| जिससे आये दिन नई नई घटनाये सामने आ रही है| फिर चाहे वह जेल भर्ती में जमकर धांधली का मामला हो या जेल में नशीले पदार्थो की सप्लाई का सभी जानकर भी अंजान बनने का प्रयास करते है| जेल के अधिकारियो की मन मानी का आलम यह है कि महिला कर्मियों की इज्जत व सम्मान तक ताक पर रखा जा रहा है| जिसके चलते बीते दिन सेन्ट्रल जेल में दो महिला कर्मियों के साथ जमकर दो युवको ने अभद्रता की| लेकिन बाद में जेल अधिकारियो ने पूरे मामले पर पानी फेर दिया|

बीते दिन अधिकारियो ने दो महिला कर्मी ईश्वरी व सुनीता को जेल के घने जंगल के फार्म में तैनात कर रखा थ| दोपहर बाद ग्राम विजाधरपुर निवासी एक युवक अपने के साथी के साथ जेल के फार्म हाउस में पंहुचा और जिस जगह महिला कर्मी तैनात थी उसके कुछ दूरी पर शराब पीने लगा| जब महिला कर्मियों ने इस पर आपत्ति की तो पहले तो दोनों ने उसे अनसुना कर दिया और बाद में दोनों युवक आक्रोशित हो गये| महिला कर्मीयो पर हमला बोल दिया| जिसके बाद महिला कर्मियों में पास में पड़ी ईंट हाथ में उठा ली| उसी दौरान जेल के एक सफाईकर्मी का पुत्र मौके पर पंहुचा तो उसने मामले को देखकर तत्काल जेल के बाहर तैनात सशस्त्र बंदी रक्षको को मामले से अवगत कराया|

घटना की सूचना मिलने पर कई बंदी रक्षक मौके पर पंहुचे और आरोपी एक युवक को उसकी बाइक सहित दबोच लिया| पहले तो युवक की जमकर पिटाई की गयी बाद में उसे सेन्ट्रल जेल चौकी पुलिस के हबाले कर दिया| घटना से जेल प्रशासन में हडकंप मच गया| अपनी साख बचाने के लिये जेल अधिकारियों ने तत्काल महिला कर्मियों की तैनाती बदल दी|
जेलर सुनीत कुमार चौहान ने पूरे मामले से पल्ला झाड़ने का प्रयास किया उन्होंने बताया कि किसी भी महिला की तैनाती जेल के फार्म में नही की गयी| महिला कर्मी सुनीता ने बताया की वह पिछले कई दिनों से फार्म पर तैनात थी| विवाद होने पर उसे हटा दिया गया| सेन्ट्रल जेल चौकी प्रभारी त्रिभुवन सिंह ने बताया कि कुछ बंदी रक्षक महिला कर्मियों पर हमला करने वाले युवक को पकड़ कर लाये थे| युवक नशे में था| महिलाओ की तरफ से कोई तहरीर ना मिलने पर उसे छोड़ दिया गया|

खाली पड़े जेल अधीक्षक के आवास पर तैनात आठ चपरासी
जेल अधीक्षक वीपी त्रिपाठी के जेल भर्ती में हुई धांधली में निलम्बन के बाद भी अभी तक उनके सरकारी आवास पर आठ चपरासी और सफाई कर्मी तैनात है| लेकिन वर्तमान में जेल अधीक्षक का आवास खाली होने के बाद भी अभी तक किसी भी कर्मी को आवास से नही हटाया गया| जिससे कर्मचरियों की संख्या कम पड़ गयी|