नेपाल में मौत का आंकड़ा पहुंचा 3200 के पार

Uncategorized

erth-kyukनेपाल: नेपाल में मौत के भूकंप से मौत का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है। ताजा खबर है कि मौत का आंकड़ा 3200 के पार चला गया है। राहत बचाव कर्मियों के मुताबिक मौत का आंकड़ा 3218 हो गया है। अभी भी बताया जा रहा है कि मलबों में बहुत से लोगों के दबे होने की खबर है। यानि अभीह मौत का आंकड़ा और बढ़ सकता है। दूर दराज के इलाकों से भी पूरी तरह से संपर्क नहीं हो पाया है। एनडीआरएफ के मुताबिक काठमांडू वैली में बहुत नुकसान हुआ है। आज एनडीआरएफ की टीम यहां राहत बचाव के काम में जुटेगी।
यही नहीं भूकंप के झटके भी नहीं थम रहे। आज सुबह भी नेपाल में भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए। अबतक 50 से ज्यादा झटके नेपाल में आ चुके हैं। बताया जा रहा है कि भूकंप से नेपाल में करीब 60 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। 6 हजार से ज्यादा लोग घायल हैं। घायलों के इलाज में काफी मुश्किल आ रही है, क्योंकि अस्पतालों में जगह नहीं है और डॉक्टरों की किल्लत है।

इनके अलावा कुदरत भी मेहरबान होता नहीं दिख रहा। पहले मौत का भूकंप और अब बारिश जी हां नेपाल में भूकंप के बाद तबाही के मलबे पर अब बारिश कहर बनकर गिर रहा है। इससे राहत बचाव के काम में रुकावट आई है। रात भर बारिश होने से राहत का काम रुक गया लेकिन सुबह से मौसम खुलने से राहत का काम फिर शुरू हो सका। अबतक 1935 लोगों को नेपाल से भारत लाया जा चुका है।

बारिश रुकने से स्थानीय नागरिकों में जगी उम्मीद

नेपाल में पहले भूकंप और बीती रात तेज बारिश के चलते लोगों पर दो तरफा मार पड़ी। लेकिन आज सुबह बारिश रुकने और धूप निकलने से स्थानीय नागरिकों और राहत कार्य में लगी एजेसियों में नई उम्मीद जगी है। मौसम साफ होने की वजह से राहत और बचाव अभियान में तेजी आने की उम्मीद है। भूकंप से तबाह हुए नेपाल में अभी भी कई जगहों पर मदद नहीं पहुंच पाई है।

हालांकि इंडियन एयर फोर्स के जरिए अब तक करीब दो हजार लोगों को भारत लाया जा चुका है। वहीं, नेपाल में भूकंप पीड़ितों की मदद के लिए भारत से छह मेडिकल टीमें, इंजीनियर टास्क फोर्स के साथ कंबल, टेंट जैसे दूसरे राहत के सामान नेपाल भेजे जा रहे हैं।

काठमांडू में भूकंप पीड़ितों को राहत कैंपों में रखा गया है। लेकिन इन कैंपों में रह रहे लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। नेपाल में काठमांडू के चुनाव आयोग के दफ्तर से दो दिन से कैम्प में है। सड़क पर पड़े है। लोग कह रहे है कि पानी की कमी है। रात को बारिश ही तो लोग भीग गए।