सीनियर आईएएस अधिकारी नृपेंद्र मिश्रा देश के नए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रधान सचिव होंगे| यूपी कैडर के 1967 बैच के आईएएस अधिकारी नृपेंद्र मिश्रा पांच साल पहले ट्राई के चेयरमैन पद से रिटायर हुए हैं| मोदी सरकार में यह पहली बड़ी हाई प्रोफाइल नियुक्ति है| अपनी नई भूमिका के तहत मिश्रा पीएम और सरकार के बीच अहम कड़ी का काम करेंगे|
मिश्रा की छवि एक कड़क अधिकारी के तौर पर रही है| ये कर्मचारियों की लापरवाही पर सख्त कार्रवाई करने के लिए जाने जाते हैं| हालांकि, स्पेक्ट्रम आवंटन और नीलामी के उनके फैसले विवादों में रह चुके हैं| ट्राई से पहले भी मिश्रा दूरसंचार और वित्त मंत्रालय में भी उच्च पदों पर रह चुके हैं|
मनमोहन सरकार में पुलोक चटर्जी साल 2011 से 2014 तक प्रधान सचिव के तौर तैनात रहे| संयोगवश पुलोक भी यूपी कैडर के आईएएस रहे हैं| कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के करीबी रहे पुलोक 1974 बैच के आईएएस अफसर रहे हैं| पुलोक ने टीकेए नायर की जगह ली थी जो 2004 से 2011 तक केंद्र सरकार के प्रधान सचिव रहे|
डोभाल बनेंगे एनएसए!
पूर्व आईबी चीफ अजीत डोभाल मोदी सरकार में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) नियुक्त किए जा सकते हैं. इसके अलावा यू. ललित और मुकुल रोहतगी के नाम एटॉर्नी जनरल के लिए आगे चल रहे हैं|
अजीत डोभाल भारत के ऐसे पहले पुलिस अधिकारी हैं जिन्हें कीर्ति चक्र से नवाजा गया है. डोभाल 2004-05 में इंटेलीजेंस ब्यूरो के निदेशक रह चुके हैं| इससे पहले वे करीब एक दशक तक ब्यूरो की ऑपरेटिंग विंग में भी रहे| डोभाल 1999 में कांधार विमान अपहरण के मामले में आतंकियों से मध्यस्थता करने वालों में प्रमुख रूप से शामिल थे|
[bannergarden id=”8″] [bannergarden id=”11″]