मैनपुरी में लैटर बम धमाके से हड़कम्प

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मैनपुरी: (JNI डेस्क): पुलिस लाइन के निकट देर शाम हुए एक ब्लास्ट में मासूम सहित तीन लोग घायल हो गए। ब्लास्ट एक चार्जेबल टार्च में हुआ जो कि कोरियर के माध्यम से भेजी गई थी। ब्लास्ट की जानकारी होते ही पुलिस तीनों घायलों को उपचार के लिए जिला अस्पताल ले आई, जहां उन्हें उपचार दिया जा रहा है। सीओ सिटी के साथ पहुंची पुलिस ने घटना स्थल से मलबा व कोरियर दोनों को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। इस हादसे के बाद भी चैक पोस्ट पर कोई सुरक्षा नहीं बढाई गई है। प्रथम दृष्टया पुलिस मामले को छिपाने में लगी है।

स्पीड पोस्ट से आया था कोरियर
कोतवाली थाना क्षेत्र में पुलिस लाइन के बेहद निकट आजाद नगर कालोनी में शिक्षक धर्मवीर का संयुक्त परिवार रहता है। गुरूवार को धर्मवीर के घर पर एक कोरियर आया था। गुरूवार की देर शाम तकरीबन 9 बजे के आसपास 45 वर्षीय श्याम सिंह उर्फ महावीर ने कोरियर को खोला। कोरियर में एक चार्जेबल टार्च रखी हुई थी। श्याम सिंह ने जैसे ही टार्च को विद्युत प्लग में लगाकर बटन दबाया, तेज धमाके के साथ टार्च में ब्लास्ट हो गया।

दूर तक सुनी गई धमाके की गूंज
पडोसियों की मानें तो धमाका बेहद तेज था। धमाके के बाद पूरे घर में सिर्फ धुआ ही धुआ भरा हुआ था। पडोसियों के अनुसार जब वे आवाज की ओर दौडे तो घर में सभी अस्त-व्यस्त पडे थे। पूरे घर में साइकिल वाले छर्रे बिखरे हुए थे। इस ब्लास्ट में मनोज उर्फ ओमवीर, श्याम सिंह उर्फ महावीर पुत्रगण रामदास के अलावा 2 वर्ष की मासूम दीपाली पुत्री ओमवीर घायल हो गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने सभी घायलों को उपचार के लिए अस्पताल पहुंचाया है।

इस नंबर से आया था कोरियर

कोरियर स्पीड पोस्ट से भेजा गया था। कोरियर पर जो पता लिखा था उसके अनुसार अरविन्द पुत्र होतीलाल निवासी 4/92, सुन्दरवाडी रोड, पुलिस लाइन रोड आगरा लिखा हुआ था। स्पीड पोस्ट का ईएमएस नंबर 4105096071 लिखा हुआ था। मलबे को पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया है।

कहीं बडी साजिश तो नहीं
जो कोरियर भेजा गया था, वह अनजान था। सवाल इसलिए गहरा जाता है कि यदि टार्च की बैटरी फटी होती तो क्या इतना तेज धमाका होता। लेकिन इस ब्लास्ट में मौके पर बडी तादाद में साइकिल वाले छर्रे निकले हैं।

पुलिस मामले को छिपाने में लगी
प्रथम दृष्टया पुलिस का नजरिया इस मामले को दबाने वाला ही दिखा है। पुलिस के अधिकारी पूछने पर मीडिया को गुमराह करते दिखे। कोतवाली से भी किसी प्रकार की जानकारी साफ-साफ नहीं दी गई। ऐसे में पुलिस की कार्यप्रणाली संदेहास्पद प्रतीत होती है।

दो दिन बाद है 26 जनवरी
गणतंत्र दिवस पर आतंकी वारदात की साजिश को लेकर आईबी पहले ही एलर्ट जारी कर चुका है। ऐसे में इस धमाके को नजरंदाज नहीं किया जा सकता है। स्थिति यह है कि इस ब्लास्ट के बाद भी चैक पोस्टों पर किसी भी तरह की सुरक्षा व्यवस्था नहीं बढाई गई है।

Veerbhan Singh's photo.
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