वोटिंग वाले दिन खत्म होगा सियासी दलों का दखल- न बस्ते, न तम्बू

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voterFARRUKHABAD: चुनाव आयोग इस बार के लोकसभा चुनाव में और ज्यादा हाईटेक होने जा रहा है। मतदान वाले दिन राजनीतिक दलों की भूमिका सिफर करने की तैयारी है। यानी मतदान वाले दिन तंबू गाड़ने और पोलिंग एजेंट बनाने की प्रथा ही खत्म होगी। अब इंटरनेट से ही नहीं मोबाइल या बेसिक फोन से भी मतदाता सूची संबंधी समस्या का समाधान कराया जा सकेगा। घर बैठे पता लग जाएगा बूथ कहां है। इंट्रैक्टिव वायस रेस्पांस सिस्टम (आइवीआरएस) लागू होने जा रहा है।

लोकसभा चुनाव में कम समय है। उसे देखते हुए आयोग और उसके हुक्म पर प्रशासनिक अमला भी जुट गया है। पहली कोशिश मतदाता सूची को मतदाताओं के लिए पूरी तरह सुलभ करना है। इतना कि वे घर बैठकर उसका हाल पता कर सकें। मसलन अगर उनके यहां वोटर स्लिप नहीं पहुंची तो एक फोन घुमाएं और जान लें, उनका वोट किस बूथ पर है। भाग संख्या और क्रमांक भी पता लग जाएगा।

आइवीआरएस सिस्टम इस माह के अंत या फिर फरवरी के प्रथम सप्ताह में शुरू होगा। देर इसलिए हो रही है, क्योंकि यह सिस्टम थोड़ा महंगा है। इस पर करीब पांच लाख रुपये खर्च होंगे। एक एसएमएस के जरिये पता चल जाएगा मतदाता पहचान-पत्र बना है या नहीं। बना तो है उसका नंबर भी जवाबी एसएमएस के जरिये मिल जाएगा। यह व्यवस्था एक दिन बाद 25 जनवरी को राष्ट्रीय मतदाता दिवस पर शुरू होने जा रही है।

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ऐसे करें एसएमएस

अपने मोबाइल के मैसेज बॉक्स में 9212357123 नंबर और उसके आगे यूपीईपीआइसी लिखकर उसे सैंड कर दें। मैसेज से ही आपको फोटो पहचान-पत्र की जानकारी मिल जाएगी।
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यह है आइवीआरएस सिस्टम

इसमें एक टोल फ्री नंबर दिया जाएगा। वैसे ही जैसे मोबाइल कंपनिया बिल डिटेल या अपनी दूसरी सेवाओं की जानकारी देती हैं। नंबर मिलाने पर उधर से कहा जाएगा मतदाता सूची में नाम पता करने के लिए एक दबाएं, बूथ के लिए दो और अगर नाम नहीं है तो उसे बढ़वाने की जानकारी के लिए तीन दबाएं, जैसी तमाम जानकारियां होंगी।
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