लाखों निवेशकों को सपने दिखाकर स्पीक एशिया ने ठगा

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speak asiaलखनऊ: स्पीक एशिया ने सब्जबाग दिखाकर शहर के करीब डेढ़ लाख निवेशकों को चूना लगाया। कंपनी हर निवेशक से 11 हजार रुपये लेकर पंजीकरण करती थी और साल भर में उन्हें 52 हजार कमाने का झांसा देती थी, लेकिन इनमें से ज्यादातर निवेशक ठगे गए। दिल्ली में स्पीक एशिया के मालिक की गिरफ्तारी से कंपनी फिर चर्चा में है।

स्पीक एशिया कंपनी के फ्रेंचाइजी के मालिकों ने यूपी के करीब आठ लाख निवेशकों को करोड़ों रुपये का चूना लगाया था। फर्जी चेक थमाकर जालसाज सामने से ले गया कार| बीते 7 अगस्त 2011 को स्पीक एशिया के खिलाफ राजधानी के गुडंबा थाने में पहला मुकदमा पंजीकृत किया गया।

गुडंबा के कल्याणपुर के राजीव नगर स्थित राय कॉम्प्लेक्स निवासी मनोज राय ने मुकदमा पंजीकृत कराते हुए आरोप लगाया था कि हजरतगंज के लारेंस टैरेस स्थित स्पीक एशिया के अधिकृत एजेंट श्रेया इन्फोमीडिया के संचालक गिरीश तिवारी और सतीश भारतीयम को एक लाख रुपये निवेश के लिए दिए थे।

गिरीश और सतीश ने कंपनी की ओर से दावा किया था कि 11 हजार रुपये के निवेश पर एक साल तक हर महीने चार हजार रुपये मिलेंगे।
इसके बदले निवेशक को महीने में चार ऑनलाइन सर्वे भरने होंगे। मगर, लगातार सर्वे भरने के बाद भी एजेंटों ने उन्हें एक रुपये का भी भुगतान नहीं किया।

गुडंबा पुलिस ने मुकदमे में चार्जशीट लगा दी। मामला अब न्यायालय में विचाराधीन है। स्पीक एशिया के खिलाफ राजधानी के गोमतीनगर, हजरतगंज व अन्य कई थानों में भी शिकायतें आईं। मगर, तहरीर न मिलने पर मुकदमा पंजीकृत नहीं हो सका। पुलिस की मानें तो स्पीक एशिया की फ्रेंचाइजी लगभग हर जनपद व ग्रामीण इलाके में खोली गई थी।
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फ्रेंचाइजी मालिकों ने निवेशकों को अपने जाल में फंसाकर करोड़ों रुपये हड़प लिए। पुलिस का कहना है कि स्पीक एशिया के राजधानी के फ्रेंचाइजी मालिकों ने करीब दो सौ करोड़ रुपये का चूना लगाया है। इसके बावजूद कंपनी के फ्रेंचाइजी मालिक खुलेआम शहर में लग्जरी वाहनों से घूम रहे हैं। दिल्ली पुलिस द्वारा कंपनी के संस्थापक राम सुमिरन पाल की गिरफ्तारी से करोड़ों कमा चुके यूपी के फ्रेंचाइजी मालिकों में हड़कंप मच गया है।

मुंबई पुलिस ने गुडंबा पुलिस से किया था संपर्क
स्पीक एशिया के फ्रेंचाइजी के खिलाफ गुडंबा थाने में रिपोर्ट दर्ज होने की जानकारी पाकर मुंबई पुलिस के अधिकारियों ने गुडंबा पुलिस से संपर्क किया था। दरअसल, स्पीक एशिया के सीओओ तारक बाजपेई को मुंबई पुलिस ने 12 अगस्त तक के लिए रिमांड पर ले रखा था। जानकारी होने पर मुंबई पुलिस को गुडंबा पुलिस से कुछ और सबूत मिलने की उम्मीद थी।