डीएम के आदेशों को ताक पर रख बैंक प्रबंधक छात्रों के नहीं खोल रहे जीरो वैलेंस खाते

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FARRUKHABAD : काम के बोझ से बचने के लिए पंजाब नेशनल बैंक के कर्मचारियों ने जिलाधिकारी के आदेश को भी ताक पर रख दिया है। कालेजों से आने वाले छात्र खाता खुलवाने के लिए भटक रहे हैं और बैंक उन्हें नियम कायदे समझाकर कई दिनों से टरका रही है।index

पंजाब नेशनल बैंक की कमालगंज शाखा में बीते कई दिनों से पढ़ने लिखने वाले छात्रों को तो परेशान किया ही जा रहा है। साथ ही डीएम के आदेश पर बैंक का मैनेजर भारी है। जिलाधिकारी ने कुछ समय पूर्व छात्रों को जीरो वैलेंस पर खाते खोलने के निर्देश बैंक प्रबंधकों को दिये थे। जिसमें सम्बंधित विद्यालय के प्रधानाचार्य के द्वारा फार्मों पर स्वीकृति देने के बाद बैंकों में बगैर कोई पैसा जमा किये खाता खोला जाना था। लेकिन डीएम के आदेश की धज्जिया किस प्रकार से बैंक प्रबध्ंाक उड़वा रहे हैं इस पर भी नजर डालिये।

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मामला आर पी डिग्री कालेज कमालगंज का है। महज एक दिन बैंक का एक कर्मचारी कालेज में जाकर कुछ बच्चों के फार्म लेकर चला आया। अधिकांश बच्चों को इसकी जानकारी तक नहीं हो पायी। जब बच्चों को जानकारी हुई तो वह बैंक में पहुंचे। बैंक के कर्मचारियों ने उनसे एक एक हजार रुपये के साथ दो गवाहों को भी साथ में लाने को कहा गया। दूर दराज से पूढ़ने आने वाले छात्र गवाहों की व्यवस्था कहां से करें। इसकी बैंक कर्मियों को कोई फिक्र नहीं और वह न ही कानून कायदा मानने के लिए तैयार है। कई दिनों से छात्र भटक रहे हैं।

आर पी डिग्री कालेज के प्राचार्य ने बताया कि पंजाब नेशनल बैंक का कर्मचारी उन्हें बिना बताये कालेज में आया था और कुछ फार्म जमा करके चला गया। बैंक ने इस सम्बंध में उन्हें कोई जानकारी नहीं दी। अगर कोई जानकारी न दी गयी होती तो वह बच्चों के लिए इस सम्बंध में नोटिस जारी करते और इस समस्या का समाधान हो जाता।

पंजाब नेशनल बैंक कमालगंज के मैनेजर एन के वर्मा ने बताया कि वह कुछ दिन के लिए अवकाश पर हैं। उनकी जगह पर आर सी काला काम देख रहे है। लेकिन जीरो वैलेंस खाता खोलने के लिए कोई भी पैसे और गवाह की आवश्यकता नहीं होती। सिर्फ प्रधानाचार्य द्वारा फार्म व फोटो प्रमाणित कराना आवश्यक है।