पृथ्वी के तापमान को नियंत्रित रखती है कार्बन-डाई-ऑक्साइड

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पृथ्वी पर पड़ने वाले ग्रीनहाउस प्रभावों में वाष्प और बादलों का भी बहुत बड़ा हाथ होता है, लेकिन एक नए अध्ययन में इस बात का खुलासा हुआ है कि ये सभी कार्बन-डाई-ऑक्साइड गैस के वायुमंडलीय स्तर पर निर्भर करते हैं और इसी गैस के कारण पृथ्वी का तापमान भी नियंत्रित होता है। न्यूयॉर्क में एंड्रयू लैसिस और उनकी टीम द्वारा किए गए इस अध्ययन में पता चला कि कार्बन-डाई-ऑक्साइड गैस ही ग्रीनहाउस प्रभावों को नियंत्रित करती है और इसके बढ़ने और घटने के कारण अन्य गैसों तथा वाष्प और बादलों पर भी प्रभाव पड़ता है, जिसके फलस्वरूप पृथ्वी का तापमान प्रभावित होता है।

कार्बन-डाई-ऑक्साइड एक गैर संघनक ग्रीनहाउस गैस है। इसके अलावा मिथेन, नाइट्रस ऑक्साइड, ओजोन भी गैर संघनक हैं। ये सभी पृथ्वी पर पड़ने वाले ग्रीनहाउस प्रभावों में मुख्य रूप से भूमिका निभाते हैं। अध्ययन के बाद शोधकर्ताओं ने बताया कि पृथ्वी पर पड़ने वाले ग्रीनहाउस प्रभावों का 25 फीसदी भूमिका कार्बन-डाई-ऑक्साइड की होती है, जबकि 75 फीसदी वाष्प और बादल अपना प्रभाव छोड़ते हैं। इसके अलावा अन्य गैस सिर्फ पांच फीसदी ही भूमिका निभाती हैं। यदि कार्बन-डाई-ऑक्साइड गैस की मात्रा बढ़ेगी, तो वाष्प और बादलों का प्रभाव घटने लगेगा। इसके कारण पृथ्वी का तापमान लगातार बढ़ने लगेगा।