FARRUKHABAD : मंगलवार को राजेपुर विकासखण्ड में तहसील दिवस के दौरान ब्लाक संसाधन केन्द्र राजेपुर का जिलाधिकारी पवन कुमार ने आकस्मिक निरीक्षण किया। उन्हें ब्लाक संसाधन केन्द्र पर बच्चों को दी जाने वाली निःशुल्क पुस्तकें भरी दिखायी पड़ीं। जिलाधिकारी ने इस पर खण्ड शिक्षा अधिकारी से नाराजगी व्यक्त करते हुए जबाब तलब किया, कि पुस्तकें अब तक परिषदीय विद्यालयों के बच्चों को क्यों नहीं बांटी। उन्होंने किताबों को 24 घंटे में विद्यालयों में बंटवा कर पश्चात विद्यालयवार वितरण की सूचना खण्ड शिक्षा अधिकारी राजेपुर से मांगी है। उन्होंने निरीक्षण के दौरान छात्रवृत्ति वितरण के सम्बंध में जब जानकारी की तो वहां पर उपस्थित कर्मचारी (एबीआरसी शिक्षक) ने बताया कि 9 विद्यालयों के अभी तक बच्चों के खाते नहीं खुल पाये हैं। जिससे एक हजार बच्चों को विगत वित्तीय वर्ष की छात्रवृत्ति नहीं बट पायी है।
जिलाधिकारी इस बात को लेकर बिफर पड़े और उन्होंने ब्लाक संसाधन केन्द्र पर एबीआरसी शिक्षकों एवं कर्मचारियों को कड़ी हिदायत देते हुए कहा कि स्वयं बैंकों में जाकर खाते खुलवायें और वितरण करवायें। यह अवगत कराना है कि जिलाधिकारी को निरीक्षण के समय मिले शिक्षक एबीआरसी ने भी गुमराह कर दिया। क्योंकि नवीन सत्र के लिए स्कालरशिप के खाते समस्त बच्चों के खुलवाये जाने के निर्देश थे। जबकि विगत वर्ष की छात्रवृत्ति विद्यालय के रखरखाव खाते में प्रधानाध्यापकों और ग्राम प्रधान के माध्यम से वितरित किये जाने हेतु भेजी गयी थी। केवल अल्पसंख्यक छात्रों के ही खाते खुलवाकर छात्रवृित्त खाते में भेजी गयी थी। जिसको अभी वितरित नहीं किया गया है। इस तथ्य को छिपाकर जिलाधिकारी को ऐसे अधिकारी गुमराह करने को बाज नहीं आये।
जिलाधिकारी पवन कुमार ने खण्ड शिक्षा अधिकारी को समस्त बच्चों के तत्काल खाते खुलवाकर विद्यालयवार सूची उपलब्ध कराने को कड़े निर्देश दिये। निरीक्षण के दौरान उन्होंने बीआरसी केन्द्र के बाहर भरे हुए पानी के लिए प्रांगण में मिट्टी भराव कराये जाने एवं ब्लाक संसाधन केन्द्र तक रास्ता सही कराये जाने के लिए प्रभारी बेसिक शिक्षा अधिकारी जगरूप शंखवार को निर्देश दिये हैं। इस दौरान पुलिस अधीक्षक जोगेन्द्र सिंह भी उपस्थित रहे।
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