आज नेता अधिकारी कोई भी अभावग्रस्त गांवो में जाना पसंद नहीं करते- सतीश दीक्षित

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satish dixitकायमगंज, फर्रूखाबाद। यह विचार आज कायमगंज में मंसूरी सोसायटी आफ मेडिकल सोसाइटी वर्कस द्वारा आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन में व्यक्त करते हुए कैबनेट मंत्री का दर्जा प्राप्त श्रम संविदा बोर्ड अध्यक्ष सतीश दीक्षित ने कहा कि आज नेता अधिकारी कोई भी अभावग्रस्त गांवो में जाना पसंद नहीं करते। क्योंकि वहां वातानुकूलित स्तर की उन्हें सुविधाएं नहीं मिल पाती हैं। यह सोच और कार्यप्रणाली उस देश केलिए जिसकी आत्मा गांवो में निवास करती है के लिए शुभ संकेत नहीं है।

संस्था पदाधिकारियों द्वारा उन्हें पहनाई गयी पगड़ी और भेंट की गयी तलवार के साथ ही किये गये साज सज्जा को मंत्री ने अनुचित बताया। वे अपने चन्द मिनटों के भाषण में हो रही अव्यवस्था देखकर कई बार भड़के। इस अवसर पर डा0 अरशद मंसूरी, संजय पाठक, चन्द्रकांता स्वास्थ्य कर्मी, पत्रकार वेदपाल सिंह आदि ने अपने विचार व्यक्त किये। आयोजन अवसर पर सोसायटी की ओर मंत्री ने डा0 तारिक, संजय पाठक, इसरार मंसूरी, कुलदीप कुमार, नसीम फातमा, गोमती सिंह, प्रमिला प्रजापति, पुष्पेन्द्र सिंह, चंद्रकांती को संगठन के पदाधिकारी मनोनयन का पत्र सौंपा। कायमगंज, फर्रूखाबाद। मंसूरी सोसायटी आफ मेडिकल सोशल वर्कस के कार्यकर्ता सम्मेलन में आये कैबनेट मंत्री का दर्जा प्राप्त सतीश दीक्षित ने देहदान के प्रपत्रों पर तो हस्ताक्षर किये।
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किन्तु अपने भाषण के दौरान उन्होंने संस्था द्वारा भरवाये गये फार्म के विपरीत घोषणा कर कहा कि वे तो अपनी देह का दान समाजवादी पार्टी को कर चुके हैं। अब दोबारा देहदान कैसे किया जा सकता है। इस मौके पर उन्होंने सपा रंग वाली पगड़ी पहनी और भेंट में दी गयी तलवार भी स्वीकार की। साथ ही स्मृति चिन्ह भी ले लिया। किन्तु बाद में इस पर कड़ी आपत्ति जताते हुए इन सब चीजों को गलत बताते हुए बोले कि इससे नेता बेईमान बनता है। जो पैसा इसकी खरीद में व्यय किया अच्छा होता कि आप लोग इसका उपयोग किसी गरीब की बेटी के लिए पुस्तकें खरीदने में करते। जिससे कम से कम उस बेटी को पढ़ाई में मदद मिलती।