FARRUKHABAD : केन्द्रीय कारागार फतेहगढ़ में स्थित स्वतंत्रता संग्राम सेनानी मणीन्द्रनाथ बनर्जी के कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे जिलाधिकारी ने युवाओं को स्वतंत्रता संग्राम से जुड़े इतिहास को अध्ययन करने और संरक्षित करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि युवाओं का जुड़ाव ऐसे कार्यक्रमों में होना बहुत ही महत्वपूर्ण है। जिससे इस तरह के कार्यक्रमों को काफी लम्बे समय तक चलाया जा सके।
जिलाधिकारी पवन कुमार ने कार्यक्रम में बोलते हुए मणीन्द्रनाथ बनर्जी के जीवन पर गंभीरता से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि मणीन्द्रनाथ आठ भाई थे और आठो स्वतंत्रता संग्राम सेनानी बनकर देश सेवा में लग गये। ऐसे परिवार कम ही देखने को मिलते हैं। उन्होंने कार्यक्रम में स्कूली बच्चों के साथ-साथ अन्य युवाओं को कार्यक्रम में आमंत्रित करने की बात कही। उन्होंने कहा कि युवाओं से ही स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के कार्यक्रम को लम्बे समय तक चलाया जा सके। उन्होंने श्री बनर्जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर गार्ड आफ आनर भी लिया। वरिष्ठ जेल अधीक्षक यादवेन्द्र शुक्ला ने कार्यक्रम में आये सभी मुख्य अतिथियों का माल्यार्पण कर स्वागत किया। कार्यक्रम में पहुंचे नगर मजिस्ट्रेट सरकारी काम से बीच में ही चले गये।
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कार्यक्रम में पूर्व विधायक उर्मिला राजपूत, पूर्व विधायक महरम सिंह , राज्यमंत्री का दर्जा पाये गोविंद प्रसाद पाण्डेय, पंजाब से आये विजय सागर, छिबरामऊ से आये प्रभात सक्सेना, आदर्श बंदी हरीबाबू शुक्ला, लक्ष्मण सिंह, दिवाकरनंद दुबे आदि ने विचार व्यक्त किये। इसके अलावा गोपालबाबू पुरवार, जयपाल सिंह, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी वंशज उत्थान समिति के अध्यक्ष महेश चन्द्र शुक्ला, दिलदार हुसैन, नागेन्द्र शाक्य, अमर देवी, अनंतराम श्रीवास्तव, जालंधर से बृजेश सागर, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी सालिगराम निवासी इटावा की पत्नी अनारदेवी, आवास विकास इटावा निवासी बेनी प्रसाद पाण्डेय की पत्नी प्रेमशीला पाण्डेय के अलावा तहसीलदार सदर राजेन्द्र चौधरी आदि लोग मौजूद रहे।