शराब की दुकानें बनी लूट का अड्डा

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(FARRUKHABAD : जनपद की अधिकांश दुकानों पर ग्राहकों से M.R.P से ज्यादा रुपये वसूले जाते हैं वही दूसरी ओंर शराब के नाम पर chivas-regal-royal-salute[1]ग्राहकों को पानी मिली दारू मिल रही है रेट वेसी व मिलावटीदारू के इस धंधे में मालिक से लेकर सेल्समैन तक हर रोज हजारों के बारे न्यारे करते हैं शराब के इस गोरख धंधे मे एक ओर जहाँ लखपती, करोड़पती बन रहे हैं तो दूसरी ओर शराब पीने वालों की जान पर बन आई है उन्हें शराब के नाम पर जहर बेचा जा रहा है।  अभी भी ज्यादातर दुकानों पर पिछली बर्ष की शराब का स्टाक बिक रहा है आबकारी विभाग इस पर आँख मूंदे पढ़ा है। एक एक मालिक के पास कई कई दुकाने हैं जिससे एक दुकान का मॉल दूसरी दुकान पर बिकता है। होलोग्राम होते हुये भी आबकारी टीम दुकान के चालन से होलोग्राम मिलान नहीं करती है। रेटबेसी ब मिलावटी दारू से आये दिन शराब की दुकानो पर सेल्समैंन ग्राहक में मारपीट होती रहती है। यह रोज रोज के मारपीट किसी दिन कोई बढ़े हादसे में न बदल जाये।

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आवकारी निरीक्षक आर के तिवारी ने बताया कि नये वित्तीय वर्ष में एक्साइज ड्यूटी बढ़ाये जाने के क्रम में शराब के रेट बढ़ गये हैं। नये प्रिंट की शराब आने तक पुराने प्रिंट की शराब भी नई दरों पर बेचने पर कोई प्रतिबंध नहीं है।

nasediअंग्रेजी छोड़ नशेड़ियों का लकूला की तरफ रुझान

नये वित्तीय वर्ष में शराब के रेटों में वृद्वि हो जाने से पुराने पियक्कड़ों का बजट गड़बड़ा गया है। जिससे नशे के आदी कुछ कम खर्च कर पाने वाले लोग अब अंग्रेजी शराब छोड़ लकूला में मिलने वाली सस्ती कच्ची दारू पीने के लिए पहुंच रहे हैं। जिससे लकूला में भी अब कच्ची शराब की विक्री बढ़ने के साथ ही इसके कारोबार में बढ़ोत्तरी हो गयी है। शाम होते ही लकूला में पियक्कड़ों की लाइनें लगी देखी जा सकती है। इन्ही नशेड़ियों में एक युवक रविवार को लकूला में दारू पीने गया। जिसने पेट भर दारू पीने के बाद दारू के नशे में बीच रोड पर ही गिर गया। फिर क्या था शराबी लगभग दो घंटे बीच सड़क पर ही पड़ा रहा।