रमन हत्याकाण्ड : गढ़िया में मासूमों की हत्या का पुराना इतिहास

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फर्रुखाबाद : थाना मऊदरवाजा क्षेत्र के बेबर रोड पर स्थित गढ़िया ढिलावल गांव में मासूमों की हत्या का इतिहास काफी पुराना हो गया है। रमन की हत्या से पूर्व भी गांव के कई मासूमों की हत्यायें इसी तरीके से बेरहमी से की गयीं। जिससे पुलिस इन पुराने मामलों में प्रयोग किये गये तरीके को भी टटोल कर देख रही है।

विदित हो कि तकरीबन २५ वर्ष पूर्व गढ़िया ढिलावल निवासी सरनाम के ८ वर्षीय पुत्र की हत्या कर शव बघार नाले के पास फेंक दिया गया था। हालांकि उसमें कई लोगों को जेल भी हो गयी थी। दूसरी घटना १९९६ में हुई। जब हत्यारों ने राजवीर शाक्य निवासी हैवतपुर गढ़िया के दो वर्षीय पुत्र की हत्या कर शव बघार नाले के पास पेड़ों के नीचे फेंक दिया था। इसमें भी कई आरोपियों को जेल भेजा गया। तीसरी घटना प्रकाश पाल के पांच वर्षीय पुत्र रमन पाल के साथ शनिवार एक दिसम्बर को घट गयी तो ग्रामीणों के जेहन में पुरानी घटना ताजा हो गयी। फिलहाल रमन हत्याकाण्ड में पुलिस मृतक के पिता प्रकाश पाल से पूछताछ कर रही है। पुलिस को शक है कि प्रकाश का कोई करीबी ही इस हत्या में शामिल हो सकता है।