नहीं थम रहा बच्चों के नालों में मिलने का सिलसिला

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कमालगंज (फर्रुखाबाद): नगर में बच्चों का नाले नालियों में पड़े होने के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। आये दिन किसी न किसी नाले में नवजात शिशुओं के शव मिलने से नगरवासियों ने अवैध रूप से चलाये जा रहे नर्सिंगहोम मालिकों पर उंगली उठानी शुरू कर दी है। बुधवार को नाले में नवजात शिशु मिलने से नागरिकों में अवैध रूप से संचालित नर्सिंगहोम मालिकों व ढिलमुल स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली के प्रति खासा रोष दिखा।

कस्बा कमालगंज में बुधवार को उस समय हंगामा खड़ा हो गया जब हनुमान मंदिर के पास कीचड़ भरे नाले में एक नवजात शिशु का शव पड़ा देखा गया। शिशु के मुहं पर टेप चिपका होने से लोगों ने अंदाजा लगाया कि कलयुगी मां ने उसे जिंदा ही नाले में डाला होगा। लोगों ने नवजात शिशु पड़े होने की सूचना थानाध्यक्ष कमालगंज को दी गयी। थानाध्यक्ष ने मौके पर पहुंचकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। वहां मौजूद लोगों का आरोप था कि नगर में एक दर्जन से अवैध नर्सिंगहोम संचालित किये जा रहे हैं। जिनमें एबार्शन इत्यादि का गोरख धंधा बखूबी चलाया जा रहा है। आये दिन इन नर्सिंगहोम्स से नाले नालियों में नवजात शिशुओं को डाल दिया जाता है। लेकिन स्वास्थ्य विभाग की तरफ से आज तक इन पर कोई कार्यवाही नहीं की जाती।

स्वास्थ्य विभाग के रजिस्टर में कमालगंज में मात्र दो नर्सिंगहोम
जनपद के पूरे स्वास्थ्य विभाग का ही बुरा हाल है। चाहे वह लोहिया अस्पताल हो या लिंजीगंज अस्पताल या जिला मुख्यालय पर स्थित जिला अस्पताल सभी का रवैया एक जैसा है। कहीं डाक्टर नहीं हैं तो कहीं चादर गंदी पड़ी है, कहीं दवा नहीं है तो कहीं एक्सपायर होने में दो चार दिन बची दवाई वितरित की जा रही है। गरीबों को सरकारी अस्पतालों से जुकाम बुखार तक की अच्छी दवाई नहीं मिल पा रही है। वहीं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत के चलते जनपद में बिना रजिस्टर्ड दर्जनों नर्सिंग होम चल रहे हैं। जिन पर आज तक कोई कार्यवाही नहीं की गयी है। वहीं मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय में पता किया गया तो मालूम हुआ कि कमालगंज में मात्र समीर व गोयल नर्सिंगहोम ही रजिस्टर्ड हैं। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग के अनुसार कोई भी नर्सिंगहोम कमालगंज नगर में संचालित नहीं हो रहा है। लेकिन हकीकत में यदि देखा जाये तो केवल कमालगंज नगर में ही दर्जन भर नर्सिंगहोम चलते मिल जायेंगे। जहां से गरीबों को नीली पीली गोलियां देकर जमकर ठगई की जा रही है। जानकारों का मानना है यहां पर पूर्व एएनएम भी अपने घरों पर प्रसव कराने का कार्य करतीं हैं। जहां पर वह पीड़ितों से मोटी रकम वसूल रहीं हैं। यही कारण है कि नगर में आये दिन नाले नालियों में शिशुओं के शव पड़े मिल रहे हैं। बीते दिनों भी गौसपुर रोड पर भी एक शिशु पड़ा था जिसको कुत्तों ने नोच डाला था। वहीं गंदी नाली पुलिया के पास भी बीते दिनों एक शिशु का शव डाल दिया गया था।