यूपी में बारिश से 33 की मौत, 23 घायल, सीएम ने दिये राहत व बचाव के निर्देश

FARRUKHABAD NEWS POLICE जिला प्रशासन सामाजिक

लखनऊ:उप्र में कहर ढा रही है बारिश। विभिन्न जिलों में गुरुवार और शुक्रवार को हुई भारी वर्षा और उसके कारण मकान गिरने से 33 लोगों ने जान गंवा दी। इन घटनाओं में प्रदेश में कुल 23 लोग घायल हुए हैं। वहीं सूबे में 104 मकान व झोपडिय़ां क्षतिग्रस्त हुए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विभिन्न जिलों में भारी वर्षा से प्रभावित क्षेत्रों में युद्धस्तर पर राहत कार्य संचालित करने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि राहत कार्यों में किसी भी प्रकार की शिथिलता और लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
उप्र राज्य आपदा प्रबन्ध प्राधिकरण से मिली जानकारी के मुताबिक गुरुवार और शुक्रवार को हुई भारी बारिश के कारण आगरा में सर्वाधिक छह लोग मौत का शिकार हुए हैं। मेरठ और मैनपुरी में चार-चार तथा मुजफ्फरनगर और कासगंज में तीन-तीन लोगों ने जान गंवायी है। बरेली में दो तथा कानपुर देहात, मथुरा, गाजियाबाद, हापुड़, रायबरेली, जालौन, जौनपुर, प्रतापगढ़, फीरोजाबाद, बुलंदशहर और अमेठी में एक-एक लोगों ने जान गंवायी है। इन घटनाओं में मेरठ में छह, आगरा में पांच, कासगंज, कानपुर देहात व बुलंदशहर में तीन-तीन, मथुरा में दो, मुजफ्फरनगर में एक व्यक्ति के घायल होने की सूचना है। भारी वर्षा से प्रदेश में नौ पशुहानि की भी सूचना है।
मुख्यमंत्री ने संबंधित जिलाधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि भारी बारिश और उसके कारण मकान गिरने से मृत व्यक्तियों के परिवारीजनों को मानक के अनुसार शीघ्र राहत राशि उपलब्ध करायी जाए। घायलों की समुचित चिकित्सा व्यवस्था सुनिश्चित करते हुए प्रभावितों के लिए तत्काल राहत व पुनर्वास के भी इन्तजाम किये जाएं। उन्होंने राहत और पुनर्वास कार्यों के प्रभावी संचालन के निर्देश देते हुए कहा कि भारी वर्षा से क्षतिग्रस्त अवस्थापना सुविधाओं की मरम्मत का कार्य तुरन्त प्रारम्भ किया जाए।
पूर्वांचल में शुक्रवार को भी तमाम क्षेत्रों में बादलों ने पानी गिराया। न्यूनतम तापमान में भी काफी कमी आई। बीते चौबीस घंटों में वाराणसी में लगभग 26.4 मिमी तक बारिश दर्ज की गई है। जौनपुर में बंधवा रामगढ़ गांव की प्रजापति बस्ती में शुक्रवार की दोपहर पानी से लबालब भरे गड्ढे में दो सगे भाइयों की डूबने से मौत हो गई।
कानपुर के आसपास के जिलों में गुरुवार को भी लगातार या रुक-रुक कर बारिश होती रही। फर्रुखाबाद में स्कूल के बगल में स्थित पुराना भवन गिरने और पानी भरने पर स्कूल बंद कर दिया गया। उरई में दीवार गिरने से दबकर तो महोबा में उल्टी दस्त से हालत खराब होने पर दो युवकों की मौत हो गई।
कुछ जिलों में गरज-चमक के साथ बिजली भी गिरी। फतेहपुर, बांदा, उरई, हमीरपुर, महोबा में, फर्रुखाबाद, कन्नौज, इटावा, औरैया में बदली और बारिश के चलते शुक्रवार को भी मौसम सुहाना बना रहा। कानपुर में शुक्रवार को कुल 5.8 मिमी. बारिश रिकॉर्ड की गई। आगरा में सुबह से ही तेज बारिश होती रही। 24 घंटे में 78 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गई है। शुक्रवार को एक व्यक्ति की जलभराव के चलते तालाब में डूबकर मौत हो गई।
वहीं कासगंज में मकान की छत ढह जाने से तीन बच्चों की मौत हो गई। प्रशासन की ओर से इन्हें चार-चार लाख रुपये मुआवजे की घोषणा की गई है। बारिश में हुए हादसों के चलते मैनपुरी में दूसरे दिन महिला समेत तीन की जान चली गई। फीरोजाबाद के पचोखरा के गांव छिकाऊ में दीवार गिरने से एक बच्ची की मौत हो गई। हजारों बीघा फसल पानी में डूब कर नष्ट हो गई है। मथुरा में यमुना का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। एटा के जसरथपुर क्षेत्र के गांव वीरबनी में मकान की दीवार ढहने से एक घायल हुआ है।
सम्भल में तीसरे दिन भी जारी बारिश के बीच गांव अतरासी और सिरोही में दो कच्चे मकान गिर गए। इससे पांच लोग घायल हो गए। अमरोहा के चंदनकोटा गांव में मकान की दीवार गिरने से गृहस्वामी बाबू मलबे में दबकर जख्मी हो गया। उधर शंकरगढ़ी गांव में शहीद अहमद का कच्चा मकान ढह गया। अलीगढ़ में गंगा-यमुना का जलस्तर बढ़ गया है। गांव छिड़ावली में बारिश के चलते गिरी दीवार से दो मासूम भाई-बहन दब गए। भाई की मौत हो गई।
मेरठ व सहारनपुर मंडल में शुक्रवार को मूसलाधार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। कई स्थानों पर मकान व दीवार गिरने से पांच लोगों की मौत हो गई जबकि कई लोग घायल हो गए। बारिश के दौरान करंट से एक युवक की जान चली गई। गंगा-यमुना के साथ ही सहायक नदियों का जलस्तर बढऩे से बाढ़ का खतरा उत्पन्न हो गया है। रामराज क्षेत्र में एक तटबंध टूट गया है। मेरठ में बारिश ने करीब 38 साल का रिकार्ड तोड़ दिया है। रेलवे अंडरपास पर पानी भरने से एक स्कूल बस डूब गई। उसमें सवार बच्चों को किसी तरह ग्रामीणों ने सुरक्षित बाहर निकाला।
गाजियाबाद में साहिबाबाद के श्याम पार्क एक्सटेंशन में तीन मंजिला अपार्टमेंट में दरारें आ गई, जिससे इमारत एक ओर झुक गई।शुक्रवार सुबह जीडीए टीम ने इमारत को सील करते हुए इसमें रह रहे ग्यारह परिवारों से इसे खाली करवा लिया। नोएडा में तीन मंजिला भवन भरभराकर गिर गया। ग्रेटर नोएडा के कासना में एक आंगनबाड़ी केंद्र की छत भरभराकर गिर गई। हापुड़ में तीन मकानों की छत गिर गईं। दादरी जीटी रोड स्थित डाकघर की करीब छह फुट ऊंची दीवार भरभराकर गिर गई।
शारदा व घाघरा उफान पर, 50 से ज्यादा गांवों में दहशत
पहाड़ों पर हो रही बारिश व बैराजों से छोड़े जा रहे पानी से अवध क्षेत्र की शारदा और घाघरा नदियां उफान पर हैं। दोनों लाल निशान से ऊपर बह रही हैं। 50 से ज्यादा गांवों में बाढ़ का खतरा बढ़ा। बहराइच में एनडीआरएफ को अलर्ट कर दिया गया है। बाराबंकी में एल्गिनब्रिज-चरसड़ी तटबंध के स्पर कटने लगे हैं। सीतापुर में गांजर की घाघरा व शारदा नदियों के जल स्तर में वृद्धि हो रही है।
रेउसा ब्लॉक की ग्राम पंचायत गोलोक कोडऱ के मजरा कोनी में घाघरा ने धीरे-धीरे कर शुक्रवार दोपहर तक 40 बीघा खेती-किसानी चौपट कर दी है। लखीमपुर के बिजुआ में शारदा नदी के किनारे बसे ढकिया कलां गांव में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। खेतों का कटान शुरू कर दिया है। इससे ग्रामीणों में दहशत है। पलिया में शारदा खतरे के निशान 153.620 मीटर से तकरीबन एक मीटर ऊपर बह रही है। इससे नदी के तटीय कई गांवों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है।
बहराइच में घाघरा का जलस्तर निरंतर बढ़ रहा है। बढ़ते जलस्तर से 50 गांवों पर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। घाघराघाट एल्गिन ब्रिज पर नदी खतरे के निशान से 17 सेमी ऊपर बह रही है। सरयू, शारदा व गिरिजा बैराजों से दो लाख 48 हजार क्यूसेक पानी फिर छोड़ा गया है। जलस्तर बढऩे के साथ उफनाई घाघरा का पानी निचले स्तर में बसे गांवों की ओर बढ़ रहा है। तटवर्ती गांवों के लोग बाढ़ को लेकर दहशत में हैं। एनडीआरएफ को भी अलर्ट किया गया है।
बाराबंकी में घाघरा नदी का जलस्तर बढऩे से एल्गिनब्रिज-चरसड़ी तटबंध के स्पर कटने लगे हैं। सूरतगंज ब्लॉक का कचनापुर गांव नदी की कटान के मुहाने पर है। गोंडा के तरबगंज व कर्नलगंज तहसील क्षेत्र में बह रही सरयू व घाघरा नदियों को जलस्तर लगातार बढ़ रहा है, जिससे लोगों की मुसीबतें बढ़ गई हैं। मऊ में शुक्रवार को गौरीशंकर घाट घाघरा नदी पर जलस्तर शाम को खतरा ङ्क्षबदु से ढाई फीट नीच तक पहुंच गया।