प्रभारी मंत्री के जिले में नही हो पा रहा कौशल का विकास

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फर्रुखाबाद:(दीपक शुक्ला) योगी सरकार आने से पहले जिले में फ़िलहाल कौशल विकास योजना बीमार थी| लेकिन योगी सरकार आने के बाद इससे जुड़े लोगो को यह ख़ुशी हुई की अब इस योजना को नये पंख लगेंगे| उससे जादा ख़ुशी सातवें आसमान पर तब आ गयी जब जिले के प्रभारी मंत्री यूपी के खेल, व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास मंत्री चेतन चौहान बने| लेकिन सरकार बनने के बाद लगभग 6 माह का समय गुजर गया| कौशल विकास योजना अब बेंटीलेटर पर आ गयी है| जिले के अधिकाशं सेंटर बंद है|

पिछले वित्तीय वर्ष में जिले में कायमगंज में 2 , नवाबगंज में 1,शमसाबाद में 1,अमृतपुर में 1,फर्रुखाबाद में 4,व आई टीई में एक सेंटर संचालित किये गये थे| योजना परवान उस समय भी नही चढ़ रही थी| नये वित्तीय वर्ष 1 अप्रैल 2017 को जिले में कौशल विकास के लिये लगभग 1200 का लक्ष्य दिया गया| लेकिन जिले के अधिकारी पूरी तरह से सरकार की योजना में पलीता लगाने में जुटे है|कौशल विकास मिशन के लिये शहर क्षेत्र के आईटीआई में इसका कार्यालय खोला गया है| जिसमे एमआईएस मैनेजर, डाटा आपरेटर व अनुचर सहित कई कर्मचारियों की तैनाती भी है| जिसमे साल में लाखो का व्यय भी होता है| लेकिन योजना को पंख नही मिल पा रहे है| जिले में लगभग पांच केंद्र की मात्र संचालित है| जिसमे से तीन आईटीई में बैच लगाये जा रहे है| जिसमे एक जरदोजी, टेलरिंग व कटिंग के साथ ही साथ एक बैच इलेक्टीशियन का चल रहा है| उसमे भी छात्र संतोष जनक नही है|

वित्तीय वर्ष को शुरू हुये 6 महीने का समय गुजर चुका है| लेकिन अभी तक ना ही बंद सेंटरों को चलाने की प्रक्रिया बढ़ी और ना ही छात्रों की संख्या में कोई इजाफा करने का प्रयास किया| योजना को चलाने का कौशल केवल कागजो में विकास कर रहा है| योजना का मकसद सबको हुनर व सबको काम देने का है| यही पिछली सरकार में यह योजना दर्जन भर गाँवो में संतृप्त की गयी तो फिर भगवा करण के बाद वही अफसर क्यों नही सरकार की फजीयत कराने में जुटे है| इस मामले पर जब संचालको से बात की गयी तो उनहोंने नाम ना छापने की शर्त पर बताया कि जब असफर जी यह चाहते है कि काम न हो| पिछले तीन वर्षो को देखते हुये इस वर्ष कौशल विकास के हालात बहुत खराब है|

जिला कार्यक्रम प्रबन्धन इकाई के जिला समन्वयक उमेश तनेजा ने बताया की शासन से जितना लक्ष्य मिलता है उतने बच्चे हो नही पाते| जब शासन देखता की छात्र कम है तो शासन खुद लक्ष्य कम कर देता है| फ़िलहाल 1200 छात्र का लक्ष्य है| लेकिन अभी जिला लक्ष्य से काफी पीछे है|
सदर विधायक मेजर सुनील दत्त द्विवेदी ने जेएनआई को बताया कि सरकार की योजनाओ को ठीक से संचालित ना करने वाले अफसरों की ठीक से खबर ली जायेगी| कौशल विकास योजना बेरोजगारों को रोजगार देती है| इससे जल्द प्रभावी किया जायेगा|