ब्रह्मदत्त द्विवेदी की पुन्यतिथि पर टूटी 27 साल पुरानी मशाल जुलूस की परम्परा
फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) जब तक सूरज चाँद रहेगा चाचा तेरा नाम रहेगा, चाचा हम शर्मिंदा हैं…जैसे नारे जनपद में किसी समय हर युवा के जबान पर थे | स्वर्गीय ब्रह्मदत्त द्विवेदी की गोली मारकर हत्या के बाद उनसे जुड़े घर परिवार और समाज और संगठन के लोग यही नारा बुलंद करते दिलायी देते थे| उनकी पुन्यतिथि […]
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