फर्रुखाबाद परिक्रमा- कानाफूसी चुगलखोरी और चमचागीरी का दौर!

प्रदेश में नयी सरकार बने अगले शनिवार को पूरे छह माह हो जायेंगे। सरकार के सौ दिन पूरे होने पर सपा मुखिया ने अपने बेटे के नेतृत्व वाली प्रदेश सरकार को सौ में सौ नंवर दिए थे। देखना है सरकार के छह माह पूरे होने पर वह प्रदेश सरकार के काम काज पर क्या टिप्पणी […]

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फर्रुखाबाद परिक्रमा: अंटू मिश्रा आ रहे हैं चुपके चुपके

यहां से विधायक और प्रदेश के स्वास्थ्यमंत्री रहते जिले और प्रदेश की स्वास्थ्य और चिकित्सा सेवाओं की दुर्दशा कर देने वाले बाबू सिंह कुशवाहा के साथी सहयोगी महास्वास्थ घोटाले के महानायक बाहरी लोगों को विधायक और सांसद बनाने के लिए मशहूर फर्रुखाबाद की धरती पर अपनी संभावनायें जांचने पुनः पधार रहे हैं। लगता है विधानसभा […]

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फर्रुखाबाद परिक्रमा: पुलिस जी, नेता जी, अधिकारी जी, जरा सम्हल कर बोलिए!

  शराब का एक छोटा ठेकेदार अपने इलाके के थानेदार की शिकायत लेकर पुलिस जी के पास पहुंचा। बोला साहब जी थानेदार जी कच्ची शराब के उत्पादन को प्रोत्साहित करते हैं। इससे हमारा धंधा चौपट हो रहा है। पुलिस जी बोले तुम थाने में पैसा नहीं देते होगे। शराब ठेकेदार ने कहा पुलिस जी हम […]

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फर्रुखाबाद परिक्रमा : सरकारी फाइलों में गांव का मौसम सुहाना है, मगर यह आंकड़े…..

खुल गई बाढ़ की कागजी तैयारियों की पोल: मियां झान झरोखे कंपिल से कायमगंज, शमशाबाद, राजेपुर, कमालगंज होते हुए फतेहगढ़ पहुंचे। हालात देखकर गुस्सा सातवें आसमान पर था। जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर और आसपास खड़े बाढ़, वर्षा और सूखे से पीड़ित लोग प्रशासन की कागजी तैयारियों और जनप्रतिनिधियों के हवाई आश्वासनों की पोल खोल रहे […]

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फर्रुखाबाद परिक्रमा : ग्लैमरस रक्षाबंधन के बाद बाढ़ उत्सव पर सरकार, नेता और मीडिया सक्रिय

मियां बोले अब बस भी करोगे या गोले दागते ही रहोगे। अच्छा हुआ ब्रह्मकुमारियों ने तुम्हें आमंत्रित नहीं किया। वहां पराकाष्ठा और विशिष्टजनों का जमकर जमावड़ा लगता है। परन्तु………..खैर छोड़ो हमें क्या लेना देना। खबरीलाल बहुत जल्दी में थे। व्यस्तता के बहाने वह सत्यनरायन कथा के प्रसाद की तरह टुकड़े टुकड़े खबरें बांटते और सहेजते […]

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फर्रुखाबाद परिक्रमा: त्रिस्कृत होते गुरुजन और नेताजी के मैंगो लस्सी समारोहों में बिजली का जलवा

खबरीलाल विधि मंत्री के रोजा अफ्तार से लौट रहे थे। महादेवी प्रतिमा से चौक की ओर जा रहे थे। इसी बीच मुंशी हरदिल अजीज और मियां झान झरोखे पटेल पार्क से आने वाली गली से निकलते हुए मिल गए। दुआ सलाम के बाद मियां ने खबरीलाल को छेड़ा। बताओ भाई क्या हाल चाल हैं तुम्हारे […]

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फर्रुखाबाद परिक्रमा: बड़े साहब का धनुष नहीं हिलेगा, पहले जिला पंचायत चुनाव का कलंक मिटाओ

जी हां! हम नहीं सुधरेंगे क्या कर लोगे हमारा। जो आ रहा है, हमीं पर रुआब गांठता चला आ रहा है। यह करो यह मत करो। ऐसा करो वैसा करो। बांकी दुनिया सुधर गई। हमीं बचे हैं सुधारने के लिए। वाह साहब वाह क्या कहने हैं। हम नहीं सुधरेंगे! लाख कोशिशें कर लो! हम हैं […]

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फर्रुखाबाद परिक्रमा: पति पत्नी और वो (जोंक की तरह चिपका समर्थक)

पति पत्नी और वो (जोंक की तरह चिपका समर्थक) विधान सभा स्थानीय निकाय के चुनावों में हारी जीती पत्नियां अपने पतियों को आजकल आए दिन  तरह तरह के ताने मारती हैं। इनमें सबसे ज्यादा ताने होते हैं पतियों से जोंक की तरह चिपके समर्थकों को लेकर। ऐसी ही एक पत्नी ने हमेशा हड़बड़ी में रहने […]

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चुनाव के बाद अब मंथन की बारी- क्यूँ हारे और क्यूँ जीते?

अब जो कुछ होना था, हो चुका| पांच साल के लिए कुर्सी बुक हो गयी| अब जीतने वाले भले ही मंथन न करे हारने वालों का मंथन शुरू हो चुका है| सबसे पहले जे एन आई पर प्रकाशित बूथ वार मिले मतों की सूची के रविवार को देर रात प्रकाशन करने के बाद इस खबर […]

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फर्रुखाबाद परिक्रमा- भले ही बेहिसाब रोकड़ा खर्चा हुआ मगर खबरीलाल गौना नहीं होने दिया

रात के दो बजे मुंशी हर दिल अजीज और मियां झान झरोखे के साथ डी० एन० कालेज मतगणना केन्द्र से बाहर निकलते ही खबरीलाल ने जोर का नारा लगाया! जय हो वोट भैया- फिर से पार लगा दी मनोज भैया की नैया! नारा इतना जोरदार और धमाके से लगाया गया था कि आनन फानन में […]

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फर्रुखाबाद परिक्रमा- घर से बेघर करा कर बोल रहे हो- हैप्पी बर्थ डे

मुंशी हरदिल अजीज और मियां झानझरोखे आज सुबह उठते ही तैयार होकर सीधे खबरीलाल के यहां पहुंच गए। खबरीलाल घर के बरामदे में बैठे अखबार पढ़ रहे थे। दोनो ने एक स्वर में कहा भैया। खबरीलाल जन्म दिन मुबारक हो। तुम जिओ हजारों साल! हर बरस के दिन हों पचास हजार। खबरीलाल चौंक कर बोले […]

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फर्रुखाबाद परिक्रमा-तेरे आमाल काफी हैं तेरी हस्ती मिटाने को

मुंशी हरदिल अजीज और मियां झान झरोखे स्थानीय निकाय चुनाव की खाक छानकर आए। दोनो ने एक दूसरे को अपनी-अपनी बात बताई। दोनो ही इस बात पर पूरी तरह सहमत थे कि स्थानीय निकाय चुनाव में परिणाम चाहे कुछ भी हों। परन्तु केन्द्र और प्रांत में सत्ताधारी दलों ने इन चुनावों में जो रीति अपनायी […]

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