गंगा का जल स्तर पांच सेमी घटा, चेतावनी बिंदु से अभी भी 25 सेमी ऊपर

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फर्रुखाबाद : नरौरा बांध से लगातार छोड़े जा रहे पानी से गंगा के जल स्तर में बीते चार दिनों से लगातार वृद्वि हो रही थी। वहीं शनिवार की शाम को जहां गंगा का जल स्तर १३६.९० मीटर पर पहुंच चुका था वह रात भर में पांच सेमी घटकर १३६.८५ मीटर पर आ गया है। वहीं रामगंगा का जल स्तर अभी भी १३४.५० मीटर पर स्थिर बना हुआ है। वहीं बताया गया है कि गंगा में नरौरा बांध से पानी छोड़ा गया है। जिससे दोबारा जल स्तर में वृद्वि के आसार लगाये जा रहे हैं।हीं तटवर्ती गांव जलमग्न हो चुके हैं, जिससे ग्रामीणों का जीवन तबाह हो चुका है लोग अपने घरों को छोड़कर पलायन करने को मजबूर हैं।

राजेपुर क्षेत्र के ग्राम रामपुर जोगराजपुर, गौटिया, आशा की मढैया, कुशमापुर के अलावा लगभग दो दर्जन गांवों में पानी भर चुका है। वहीं कमालगंज क्षेत्र के ग्राम भोजपुर आधा कट चुका है। ग्रामीणों का कहना है कि इस गांव नहीं बचेगा। वहीं भोजपुर के अलावा भी कई ग्राम गंगा के कटान के मुहाने पर हैं। कायमगंज क्षेत्र के ग्राम गन्डुआ, अकाखेड़ा सहित कई ग्रामों में बाढ़ का पानी घरों में घुस चुका है।

बाढ़ के पानी के पानी से अकाखेडा पुलिस चौकी भी चारो तरफ पानी से घिर गयी है। सरकारी प्राथमिक व जू0हा0 स्कूल भी बाढ़ के पानी से घिर गये हैं। जिससे बच्चों का स्कूल तक जाना असंभव हो गया है। गांव दोषपुर, बुनियादपुर, छतरई, खजुरिया, अलीगढ़ आदि गांवों में भी प्राथमिक स्कूलों में भी पानी भरा हुआ है।

बाढ़ प्रभावित गांव अलीगढ़, खजुरिया, कुंआखेड़ा तथा अहमदगंज को जोड़ने वाले मार्ग के ऊपर बाढ़ का पानी बहने लगा है। जिससे कायमगंज एवं अन्य स्थानों से सम्पर्क धीरे धीरे समाप्त होना शुरू हो गया है। क्योंकि इन गांवों में पानी लगातार भर रहा है। बाढ़ के कहर से बचने के लिए बाढ़पीड़ितों ने अपने परिजनों को सुरक्षित ऊंचे स्थानों पर ले जाना शुरू कर दिया।

बाढ़ पीड़ित गांवों में पानी भरने से हैण्ड पम्प डूब से गये हैं। जिससे बाढ़ प्रभावित गांवों के लोगों को शुद्ध पेय जल की समस्या उत्पन्न हो गयी है। इन लोगों का कहना है कि तहसील प्रशासन के अधिकारी व कर्मचारी केवल बाढ़ का पानी देखकर लौट जाते हैं।