तांत्रिक भी न बचा सका मासूम की जिंदगी

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कमालगंज (फर्रुखाबाद): सेन्ट्रल जेल निवासी अखिलेश अपनी मासूम पुत्री कशिश को डाक्टर के मना करने के बाद जीवन की आस लिए कमालगंज क्षेत्र के कई तांत्रिकों के यहां ले गया। जहां पर तांत्रिकों ने तरह तरह से मासूम को जिंदा करने की कोशिश की लेकिन बेचारी मासूम की जान न बच सकी।

जानकारी के अनुसार सेन्ट्रल जेल निवासी अखिलेश की पुत्री कशिश को शनिवार को एक जहरीले सांप ने डंस लिया था। जिसके बाद उसे परिवार वाले बच्ची को लोहिया अस्पताल के बजाये एक निजी नर्सिंग होम ले गये। जहां उपचार के बाद डाक्टर ने कहा कि उनके बस से बाहर है। वह कशिश को कहीं और दिखा लें हो सकता है कि उसकी जान बच जाये। वहीं जानकारों ने भी कहा कि सांप काटने के बाद जब तक नक्सीर न फूटे तब तक जीवन की आस बरकरार रहती है।
ऐसी ही पुत्री की जीवन की आस लिए अखिलेश अपनी 4 वर्षीय पुत्री कशिश को लेकर कमालगंज के कई तांत्रिकों के यहां लेकर गया। तांत्रिकों ने भी अपनी वीन व तरह तरह के मंत्र पढ़कर बच्ची को जिंदा करने का प्रयास किया लेकिन अंत में बच्ची की मौत हो गयी।

 

पदम सांप को देखने उमड़ पड़ी भीड़

कमालगंज में उस समय हड़कंप मच गया जब एक मोहरम के ट्रक से लगभग 11 से 12 इंच लम्बा पदम सांप निकल पड़ा। पदम सांप को देखने के लिए लोगों की भीड़ जमा हो गयी। लोगों ने पदम सांप को देखकर आश्चर्य व्यक्त किया कि अब यह कहीं देखने को नहीं मिलते। माना जाता है कि पदम सांप के सिर पर गाय का पांव बना होता है। लोगों ने इस बात की भी भली प्रकार परख की तो सांप के फन पर गाय का पांव जैसा निशान है। जिससे लोगों ने उसे देखने में काफी रोचकता दिखायी। कमालगंज के ही बुलबुल कोल्ड स्टोरेज के पास दुकान करने वाले होटल मालिक कैलाश चौरसिया ने किसी प्रकार पदम सांप को एक घी के डिब्बे में बंद कर लिया। उन्होंने कहा कि वह इसे कहीं जंगल में छोड़ देंगे।