बाजार बंदी में भी खूब बिकी शाम की दवाई, सपाइयों तक ने नहीं गिराये शटर

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मोहम्मदाबाद (फर्रुखाबाद): केन्द्र सरकार द्वारा पेट्रोल के दामों में की गयी बेहताशा वृद्वि को लेकर समाजवादी पार्टी ने गुरुवार को प्रदेश बंद कर विरोध प्रदर्शन किया। इसी के चलते मोहम्मदाबाद कस्बे में भी सपा कार्यकर्ताओं ने सुबह से ही व्यापारियों प्रतिष्ठानों को बंद कराना शुरू कर दिया। जहां सपा कार्यकर्ता दूसरे व्यापारियों के प्रतिष्ठान बंद कराते दिखे वहीं वरिष्ठ सपा नेताओं की ही दुकानें खुली होने से अन्य व्यापारियों ने इसका विरोध किया। गल्ला आढ़ती सौरभ गुप्ता से दुकान बंद करने को लेकर सपा कार्यकर्ताओं में नोकझोंक हो गयी। जबकि शाम वाली दवा (शराब) के ठेकों के शटर तक नीचे नहीं किये गये।

गुरुवार को बाजार बंद की पहले से ही सूचना होने से कुछ व्यापारियों ने तो अपनी दुकानें सुबह से ही खोली ही नहीं थी लेकिन आधे से अधिक व्यापारियों ने सुबह-सुबह अपनी दुकानें खोल लीं। इसके बाद सपा कार्यकर्ताओं ने जुलूस निकालकर व्यापारिक प्रतिष्ठानों को बंद कराया। व्यापारिक प्रतिष्ठानों को बंद करा रहे सपा कार्यकर्ताओं की जगह-जगह दुकानदारों से झड़पें भी होती रहीं।

सपा कार्यकर्ताओं की स्वयं अपनी दुकानें खुले होने का जब व्यापारियों ने विरोध किया तो मामला बढ़ गया। लेकिन अन्य व्यापारियों के विरोध के बावजूद मोहम्मदाबाद मुख्य चौराहा स्थित दुबे मिष्ठान भण्डार व उन्हीं का शराब ठेका किसी भी कीमत पर बंद नहीं किया गया। विरोध के बावजूद नगर में अधिकतर दुकानें बंद रहीं। दोपहर लगभग 11 बजे जब सपा कार्यकर्ता जुलूस के साथ नारे लगाते हुए मण्डी पहुंचे तो वहां पर सौरभ गुप्ता की दुकान खुली हुई थी। सपा कार्यकर्ताओं ने उनसे बंद कर लेने को कहा। जिस पर सौरभ गुप्ता व सपाइयों में कहासुनी व झड़पें भी हुईं।

व्यापारियों का कहना था कि जब कस्बे के वरिष्ठ सपाई अपने प्रतिष्ठान खोले हुए हैं तो अन्य व्यापारी अपनी दुकानें क्यों बंद करें। इसको लेकर व्यापारियों में काफी रोष रहा। फिर भी दुबे मिष्ठान भण्डार के मालिक बृजेश दुबे, हरीश दुबे, पप्पू दुबे, हरीश दुबे आदि ने अपने प्रतिष्ठान बंद नहीं किये।