मुख्यमंत्री के आदेश पर वर्षों बाद हट पाया नजूल भूमि से अवैध कब्जा

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फर्रुखाबाद: शहर कोतवाली क्षेत्र के लाल दरबाजा स्थित किरायेदार राकेश कटियार पुत्र स्व0 होतेलाल कटियार निवासी लालसराय व सुनील कटियार पुत्र स्व0 बंगाली बाबू के बीच वर्षों से चले आ रहे नजूल भूमि विवाद ने आज अंतिम रूप ले लिया। सुनील कटियार के द्वारा मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के जनता दरबार में दिये गये प्रार्थनापत्र को संज्ञान में लेते हुए कार्यवाही की गयी है।

लाल सराय स्थित विवादित नजूल भूमि पर राकेश कटियार व सुनील कटियार के बीच में कब्जे को लेकर कई वर्षों से विवाद चला आ रहा रहा है। सुनील कटियार के मुख्यमंत्री के जनता दरबार में दिये गये प्रार्थनापत्र के अनुसार सुनील ने यह भूमि डा0 वीरेन्द्र सिंह कटियार पुत्र स्व0 जगन्नाथ प्रसाद निवासी नेकपुर से 4 अप्रैल 2011 को खरीदी गयी थी। भूमि खरीदने के बाद जब वह निर्माण हेतु पहुंचा तो कब्जेदार राकेश कटियार के साथ काफी विवाद हो गया था। सुनील कटियार की तरफ से कांग्रेस नेता कौशलेन्द्र सिंह उर्फ लालू भी पहुंचे थे। लेकिन कोई उचित समाधान नहीं हो सका। कब्जा हटाने को लेकर दोनो पक्षों में जमकर मारपीट भी हुई थी।

कब्जेदार राकेश कटियार ने बताया कि वह इस भूमि पर 1970 से नगर पालिका को बतौर किरायेदार किराया दे रहा है। 1994 से बिजली का बिल भी जमा कर रहा है। यह दोनो कार्य उसके पिता होतेलाल कटियार के नाम से चल रहे थे। बीते कुछ माह पूर्व होतेलाल कटियार की मृत्यु हो गयी। अब राकेश कटियार उस जमीन पर अपना कब्जा दिखा रहा है। राकेश के अनुसार मामला अभी कानूनी तौर से पूरा नहीं हुआ है।

विवाद के चलते सुनील कटियार ने 18 अप्रैल को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के जनता दर्शन में पहुंचकर फरियाद की कि उसकी क्रय की हुई जमीन तत्काल खाली करायी जाये। भूमि को तत्कालीन जिलाधिकारी ने फ्री होल्ड कर दिया था। जिसके बाद सुनील के पक्ष में बैनामा किया गया था। इसके बावजूद भी राकेश कटियार, उसके भाई संजीव कटियार, राज कटियार, संदेश कटियार आदि लोग जमीन पर अवैध कब्जा किये हुए हैं। मुख्यमंत्री के जनता दरबार में मामले को संज्ञान में लेकर जिलाधिकारी फर्रुखाबाद को तत्काल इस मामले पर कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये थे। जिलाधिकारी मुथुकुमार स्वामी ने अवैध कब्जे को तत्काल हटाने के नगर पालिका परिषद को आदेशित किया।

नगर पालिका के कर्मचारियों ने शनिवार को राकेश बाबू कटियार का खोखा इत्यादि हटा दिया।