फर्रुखाबाद: फतेहगढ़ पुलिस लाइन सभागार में सुरक्षा व कानून व्यवस्था की बैठक में आई जी पीयूष आनंद ने कहा कि शिकायतकर्ता को अब थाने दर थाने भटकना नहीं पड़ेगा। बल्कि जिस भी थाने में शिकायतकर्ता पहुंच जायेगा। उस थाा पुलिस का दायित्व होगा कि वह घटना स्थल पर पहुंचकर उस घटना से सम्बंधित थाना पुलिस को सूचना दे।
आई जी पीयूश आनंद ने आज पुलिस लाइन सभागार में क्षेत्राधिकारियों व कोतवाली इंचार्जों के साथ ब्ैठक कर कानून व्यवस्था पर विचार विमर्श किया। आई जी ने बताया कि अपराध एक सामाजिक प्रक्रिया जिसको बगैर जनता की मदद से नहीं रोका जा सकता।
उन्होंने कहा कि पुलिस फर्रुखाबाद जनपद में तकरीबन एक हजार पुलिसकर्मी हैं और 18 लाख की जनता। जिसमें से अगर पांच हजार लोग भी पुलिस की मदद करें तो कानून व्यवस्था में सुधार हो सकता है।
शुकरुल्लापुर बैंक डकैती के खुलासे के बारे में पूछे जाने पर आई जी ने बताया कि हर घटना खोल पाना पुलिस के बस की बात नहीं। क्योंकि अपराध एक चुनौती है। उन्होंनें पुलिसकर्मियों को हिदायत दी कि किरायेदार को घर से बाहर निकालने और जमीन के विवाद को निबटाने में पुलिस हस्तक्षेप न करे। यह अदालत का काम है।
उन्होंने कहा कि घटना होने के दौरान सम्बंधित व्यक्क्ति जिस थाने में पहुंच जायेगा उस थाने को शिकायत करनी पड़ेगी और तत्काल घटना स्थल पर पहुंचना होगा। चाहे वह घटना उसके थाने में न हुई हो। घटना स्थल पर पहुंचकर वह सम्बंधित थाने को सूचना दें। रिपोर्ट घटना के सम्बंधित थाने में ही दर्ज की जायेगी।
उन्होंने थानों को कम्पयूटरीकृत करने के बारे में कहा कि प्रयास जारी है। नाये रंगरूटों को प्रशिक्षण के बाद कम्प्यूटर का काम दिया जायेगा। आई जी ने माना कि घटनाएं बढ़ीं हैं लेकिन हर घटना को रोक पाना पुलिस नके हाथ में नहीं है। इस दौरान उन्होंने पुलिस अधिकारियों को कई दिशा निर्देश भी दिये।