फर्रुखाबाद परिक्रमा: रोजा इफ्तार पार्टी में वोटर से गले मिलने को बेताब दलबदलू..

EDITORIALS

सूचनार्थ- अपनी आदतों से मजबूर मियाँ झान झरोखे और मुंशी हर दिल अजीज लखनऊ दिल्ली दौरे पर हैं| आज देर सुबह तक वह नहीं लौटे| चौक की पटिया सूनी पड़ी रही| उनकी आपबीती और देखी सुनी की रिपोर्ट स्वाधीनता दिवस की पूर्व संध्या पर रक्षा बंधन के बाद !

जागो वोटर जागो – दल बदलुओं का सूफड़ा साफ़ करो !

सावन का मस्त और रमजान का मुबारक महीना है| रोजे की पाकी जगी और सावन की मस्ती तथा खिलदडेपन ने मौसम को बरसात की फुहार की तरह खुशगबार कर दिया है| शनिवार को रक्षाबंधन है| रक्षा के पवित्र बंधन पर प्यार दुलार और बहन पर कुर्वान होने और कर्तव्य निर्वाह का त्यौहार मानेगा| रमजान के नियम कायदे आस्था, विश्वास का जोश ईद आते आते परवान पर होगा| थोड़े समय के लिए ही सही हम आप सबके सब अपने गिले शिकवे दूर कर एक दूसरे के त्योहारों में शामिल होंगे और पूरे जोश खरोश से उन्हें मनायेंगें|

इस सबके बीच चुनाव की दस्तक ने एक नया रंग बिखेर दिया है| कहते हैं जहां कहीं मेला, त्यौहार, जलसा होता है ठग और गिरहकट बहुरूपियों के बेश में सज संभलकर अपनी दुकान पहले से ही लगा लेते हैं|

कहावत है नया मुसलमान प्याज जादा खाता है| सियासत में यह बात कुछ और जादा लागू होती है| सामान्य रूप से भाजपा को छोड़कर लगभग सभी सियासी पार्टियां अपने आपको अल्प संख्यकों का अलमबरदार बताने और सिद्ध करने का मौक़ा हाथ से नहीं जाने देती| उसी तर्ज पर जब कोई नेता अपने निहित स्वार्थों के कारण भाजपा छोड़कर किसी दूसरे दल में जाता है तब उसकी सबसे पहले कोशिश कहित प्रायश्चित के रूप में अल्प संख्यकों का दिल जीतने की होती है| इसी के चलते इस बार राखियाँ भी ज्यादा बिकेंगी और रोजा अफ्तार भी ज्यादा होंगे| त्योहारी उल्लास और उमंग में सियासत का छौंका लगेगा| बहुत संभव है कि कहीं कहीं झाकियां उत्सव और ईद मिलन शक्ति प्रदर्शन का रूप ले ले| वोटर भैया सबसे पहले इस खेल को बहुत बारीकी से देखने की जरूरत है| वक्त आने पर इसका माकूल जवाब भी निष्पक्ष और निर्भीक होकर भारी मतदान करके देना है|

इस मामले में कलम के सिपाहियों की बहुत बड़ी जिम्मेदारी है| लोभ और प्रलोभन से दूर रहकर निष्पक्ष और निर्भीक होकर जो कलम चलती है वही जनता की सही सेवा है| अन्यथा जो कुछ भी है वह राजनीति की सडांध और दुर्गुणों में आपका अपना चाँद सलामों, झूंठी तारीफों, तिकड़मों और कुछ और पाने के लिए किया गया निक्रस्थ और निंदनीय योगदान है| यह मत भूलो कि चौक के सिपाही के हाथ की सीटी की तरह ही आपके हाथ में कलम है| इसका सही प्रयोग करोगे सराहे जाओगे, सही इस्तेमाल नहीं करोगे भुला दिए जाओगे| यह बात हम पर आप पर सभी पर समान रूप से लागू होती है| सच्ची, अच्छी, निर्भीक निष्पक्ष कलम से लिखोगे तब गुंडे बदमाश माफिया दल बदलू अवसरवादी आप से डरेंगे| सुधरने की कोशिश करेंगे| माफ़ करना अभी आप कितनी भी बड़ी तोप हो या अपने आपको तीसमार खां समझत हों आप उन सबसे डरते हैं जिन्हें आपसे डरना चाहिए| इतना ही नहीं आप उन्हें बेमतलब में लांक्षित अपमानित करते हैं जिन्हें स्वस्थ जनतंत्र में आपके साथ होना चाहिए|

इसलिए वोटर भैया लड़ाई बहुत कठिन है| मार्गों, सडकों, चौराहों पर फिसलन ही फिसलन है| समस्याओं, परेशानियों का अंतहीन सिलसिला जारी है| हम तो निकल पड़े हैं पहली अगस्त से आपको जगाने| यह सिलसिला अब रुकेगा नहीं जब तक मतदान का न्यूनतम प्रतिशत ८०% नहीं हो जाता| लक्ष्य तो शत प्रतिशत मतदान का है| जनता की जब आंधी चलती है तब बड़े बड़े वृक्ष उखड जाते हैं| भारतीय जनतंत्र में वोटर ने यह कमाल एक बार नहें अनेक बार किया है| यहाँ प्रधान मंत्री से लेकर मुख्यमंत्रियों तक को हार का मुंह देखना पडा है| हम किसी पार्टी नेता या प्रत्याशी की बात नहीं कर रहे हैं| वोट किसे देना है यह अधिकार आपका है| इस सम्बन्ध में हमें कुछ भी नहीं कहना| हमें आपके विवेक पर पूरा भरोसा है| हमारा अनुरोध, विनती, प्रार्थना है कि दल बदलुओं, अवसरवादी, विरासत बिरादरी को सबक सिखाने के लिए सारी बाधाएं, परेशानियां को नजरंदाज कर अपने मताधिकार का प्रयोग अवश्य करेंगे|

वोटर भैया यकीन मानो यदि आपने जमकर आने वाले चुनाव में अपने मताधिकार का प्रयोग किया तब फिर आपको महंगाई, भ्रष्टाचार सहित उन समस्त समस्याओं से छुटकारा मिलेगा जिन्होंने हमारे जनतंत्र को भ्रष्ट तंत्र बना दिया है| जागोगे सब मिलेगा सोते रहोगे या जागते हुए सोने का नाटक करोगे तब फिर रोने धोने के अलावा हाँथ में कुछ भी नहीं आयेगा|

और अंत में— मन न लगे मनरेगा में…………..

कांग्रेस का बड़े से बड़ा नेता और कार्यकर्ता मनरेगा की दुहाई देते नहीं थकता| यह जिला केंद्रीय विधिमंत्री का गृह जनपद| मनरेगा की जांच-पड़ताल समीक्षा के लिए बनी प्रदेश स्तर की कमेटी के दो वरिष्ठ पदाधिकारी विधिमंत्री क परम विश्वास पात्र महानुभाव इसी जिले के हैं| अनियमितिताओं, घोटालों, भ्रष्टाचार की बात जाने दें| जेसीवी के प्रयोग की बता भी दरकिनार कर दें| बने अधबने खुदे तालाबों की भी अनदेखी कर दें| सरकारी सूचना यह है कि मनरेगा के लिए आये रुपयों में चार करोड़ रुपयों का अभी प्रयोग ही नहीं हुआ है| यह है विधिमंत्री के जिले का हाल| आगे का भगवान् मालिक है|

जय हिंद …………………………

अगली बार —– बीएड परीक्षा में लूट की जांच का सच !
कौन है बीएड परीक्षा प्रभारी किसने दी गलत कार्यक्रम की सूचना ?

(लेखक वरिष्ट पत्रकार के साथ वकील व समाजवादी चिंतक है)

प्रस्तुति-

सतीश दीक्षित (एडवोकेट)
1/432, आवास विकास कालोनी फर्रुखाबाद