फर्जी अपहरण का आरोपी बनाने में तत्कालीन इंस्पेक्टर व चार दारोगा सहित10 पुलिस कर्मियों के खिलाफ चार्जशीट

CRIME FARRUKHABAD NEWS POLICE

फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) अभिलेखों में हेरफेर कर नाजायज असलहों की फर्जी बरामदगी दिखा फर्जी अपहरण का आरोप लगा गिरफ्तार करनें में कायमगंज कोतवाली के तत्कालीन प्रभारी निरीक्षक व चार दारोगा सहित 10 पुलिस कर्मियों के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की है|
पुलिस अधीक्षक भ्रष्टाचार निवारण संगठन लखनऊ के आदेश पर कायमगंज कोतवाली क्षेत्र की घटना की जाँच 28 मई 2014 को निरीक्षक सतेन्द्र कुमार मिश्रा को दी गयी| जिसके चलते मामले की विवेचना के बाद कोतवाली कायमगंज में 23 अगस्त 2016 को मुकदमा दर्ज कराया गया| जिसमे तत्कालीन प्रभारी निरीक्षक कायमगंज वीरेंद्र कुमार यादव, उपनिरीक्षक राजेन्द्र सिंह, महेंद्र कुमार त्रिपाठी, रंजीत सिंह, रविन्द्र कुमार, हेड कांस्टेबल रामनिवास, कांस्टेबल सजेश कुमार, सुधीर कुमार, जर्मन सिंह व एक नाम चार्जशीट में बढ़ा कांस्टेबल उदयवीर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया|
आरोप था की 26 मार्ग 2014 को सुबह 9 बजे गंगा नदी के बल्लू बेहटा घाट पर ग्राम बसौली निवासी राधेश्याम मौजूद था| उसी दौरान बसोला निवासी चन्द्रपाल व सोरन सिंह भी नाव से नदी पार करनें आये| चन्द्रपाल नें राधेश्याम की जबरन सरसों काट ली| जिस पर वहीं घाट पर ही दोनों पक्षों में विवाद हो गया| चन्द्रपाल ने तमंचा निकाल लिया| जिस पर गंगा नदी नहा रहे मुंशी नगला निवासी अरविन्द अवस्थी व राम हरी ने राधेश्याम के साथ मिलकर चन्द्रपाल से मारपीट कर तमंचा ले लिया| चद्रपाल की मोटर साइकिल छतिग्रस्त कर दी| मौके पर ग्रामीणों की काफी भीड़ एकत्रित हो गयी| राधेश्याम, रामहरि व अरविन्द अवस्थी चन्द्रपाल को लेकर मुंशी नगला स्थित चौधरी की धर्मशाला में आ गये| अरविन्द अवस्थी ने अपने फोन से सीओ कायमगंज को फोन किया| मौके पर शोर सुनकर पंहुचे मुकेश दीक्षित ने एसपी व कुआं खेड़ा चौकी इंचार्ज राजेन्द्र सिंह को फोन पर घटना की सूचना दी| लगभग एक डेढ़ घंटे बाद उपनिरीक्षक व सिपाही मौके पर आ गये| उन्होंने चन्द्रपाल से बरामद तमंचा कारतूस लेकर राधेश्याम, रामहरि, अरविद अवस्थी, मुकेश दीक्षित को साथ लेकर कुआं खेड़ा चौकी आ गये| तत्कालीन प्रभारी निरीक्षक कायमगंज वीरेंद्र कुमार यादव चौकी में ही मौजूद थे| उनके द्वारा लाये गये लोगों से पूंछतांछ कर मारपीट भी की| चौकी पर चद्रपाल के पिता फूल सिंह भी आ गये| सभी को कायमगंज कोतवाली लाया गया| जहाँ फूल सिंह से तहरीर ली गयी| जिसमे प्रधान रामशंकर, राधेश्याम, रामहरि, अरविन्द, मुकेश दीक्षित  व मोहित के खिलाफ 364  अपहरण का मुकदमा दर्ज किया गया|
निरीक्षक सतेन्द्र कुमार मिश्रा भ्रष्टाचार निवारण संगठन नें कहा कि जब उन्होंने इस प्रकरण की विवेचना की तो अपहरण का मामला फर्जी निकला| विवेचक नें पाया की आरोपित पुलिस कर्मियों नें साक्ष्य छिपानें मारपीट करना, नाजायज असलहों की झूठी बरामदगी करना पाया गया| इसी मामले में कोर्ट नें दस पुलिस कर्मियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गयी है| आरोपित दारोगा महेंद्र त्रिपाठी आवास विकास चौकी प्रभारी, राजेपुर थाना प्रभारी व एसओजी प्रभारी भी रहा है|